नई दिल्ली: बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान अपनी जिंदगी पर फिल्म बनाने के लिए अपनी जिंदगी को दिलचस्प, विवादित कहानियों और घटनाओं से भरा नहीं समझते हैं। उन्होंने कहा कि यह उबाऊ होगा, जब तक कि वह इसे खुद लिखने का फैसला नहीं करते। वर्ष 1992 में आई फिल्म 'दीवाना' से बॉलीवुड में अपने करियर कि शुरुआत करने वाले किंग खान ने हाल ही में हिंदी फिल्म जगत में अपने किए हैं।(कुछ ऐसा रहा ‘बादशाह’ शाहरुख खान का 25 साल का फिल्मी सफर)
मशहूर हस्तियों पर बायोपिक बनाने का चलन बॉलीवुड में नया है। उनसे पूछा गया कि क्या किसी फिल्मकार को वह अपने जीवन पर फिल्म बनाने देंगे तो शाहरुख ने सोमवार को ईद के मौके पर मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा, "आप जानते हैं कि मैं अपने व्यक्तित्व के सबसे दिलचस्प हिस्से के बारे में लोगों को कभी पता नहीं चलने देता। तो आपको कभी भी अच्छी कहानी नहीं मिलेगी, जब तक कि मैं इसे खुद न लिखूं।" उन्होंने कहा, "..तो जो भी वे बनाएंगे, वह बस एक सफल कहानी होगी, जिसे मैं निजी तौर पर उबाऊ मानता हूं। मेरा मतलब, क्या होगी स्टोरी?..कि एक लड़का अपने माता-पिता की मौत के बाद दिल्ली से मुंबई आया और बिना किसी गॉडफादर के सुपरस्टार बन गया।..उबाऊ।"
उन्होंने हंसते हुए कहा कि आप तब तक महान नहीं बन सकते जब तक कि विवादों में न पड़े हों और दुर्भाग्य से मेरे विवादों के बारे में कोई नहीं जानता, इसलिए बिना विवादों के फिल्म उबाऊ होगी। बॉलीवुड के रोमांस के बादशाह माने जाने वाले शाहरुख ने टेलीविजन उद्योग से शुरुआत करते हुए फिल्मों में कदम रखा था। उन्होंने एक्शन से लेकर नकारात्मक और रोमांटिक किरदार निभाए। वास्तविक जीवन में शाहरुख काफी मजाकिया हैं। उन्होंने कहा कि उनके जीवन का सबसे मजेदार हिस्सा वह है जब लोग उनका विश्लेषण करते हैं, उन्हें आंकते हैं और वह इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देते क्योंकि फिर वह ऐसा जीवन भर करते नजर आएंगे, इसलिए अगर लोगों का उनका मजाकिया रवैया पसंद है तो यह अच्छी बात है।
Latest Bollywood News