Death Anniversary: बॉलीवुड स्टार संजीव कुमार के वो दमदार किरदार जिनका आज भी लोग मानते हैं लोहा
आज शानदार अभिनेता संजीव कुमार की पुण्यतिथि पर उनके कुछ दमदार किरदारों के बारे में जानिए।
बॉलीवुड के अभिनेता संजीव कुमार एकलौते ऐसे एक्टर है जिन्हें आज भी लोग शोले के 'ठाकुर' के नाम से जानते हैं। इसके अलावा फिल्म 'अंगूर' में उनका मजाकिया अंदाज कौन नजरअंदाज कर सकता है। 9 जुलाई 1938 को गुजराती परिवार में जन्मे संजीव कुमार का असली नाम हरिहर जेठालाल जरीवाला था। उन्होंने फिल्म 'निशान' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। जिसके बाद अपने दमदार एक्टिंग से हर किसी को हैरान करने लगे।
संजीव कुमार ने साल 1960 से लेकर 1984 तक 25 साल फिल्मों में काम किया। जिसमें कई शानदार फिल्में दी। 6 नवंबर 1985 को महज 47 साल की उम्र में हार्ट फेल के कारण वह इस दुनिया से अलविदा कह गए। आज उनकी पुण्यतिथि है। हम बात कर रहे हैं संजीव कुमार के कुछ ऐसे किरदारों की जिन्होंने दुनिया को कायल कर दिया।
शोले
धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन , हेमा मालिनी और जया बच्चन जैसे शानदार एक्टर्स के साथ बनी ये फिल्म आज भी लोगों के दिलों पर राज़ करती है। वहीं इस फिल्म में गब्बर और ठाकुर की लड़ाई और गब्बर का कहना- 'ठाकुर ये हाथ मुझे दे दे' आज भी लोग बड़े ही चाव से बोलते हैं। इस फिल्म में कटे हुए हाथों वाले ठाकुर के किरदार को संजीव कुमार ने अमर कर दिया।
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कोशिश
साल 1972 में आईं इस फिल्म ने लोगों के बीच एक अलग ही नजरिया पेश किया। पर्दे पर अक्सर गंभीर किरदार निभाने वाले संजीव कुमार इस फिल्म में एक गूंगे बहरे व्यक्ति का किरदार निभाया था।
अंगूर
क़़ॉमेडी फिल्म अंगूर शेक्सपियर के 'A comedy of errors'पर आधारित है। जिसमें संजीव का मजाकिया अंदाज देखने को मिला। जहां संजीव असल जीवन में बहुत ही संजीदा थे। वहीं इस फिल्म मे संजीव कुमार अपने अभिनय की छाप छोड़ने में कामयाब रहे। इस फिल्म के चलते उन्हें फिल्मफेयर अवार्ड भी मिला।
आंधी
संजीव कुमार, सुचित्रा सेन और ओम प्रकाश की इस फिल्म को आज भी लोग देखना पसंद करते है। इस फिल्म के गाने "तेरे बिना ज़िन्दगी से" "तुम आ गए हो नूर आ गया" जैसे गाने आज भी लोगों को काफी पसंद आते है। फिल्म में संजीव कुमार ने कथित तौर पर इंदिरा गांधी के पति का किरदार इतनी शिद्दत से निभाया कि लोग उनके अभिनय के मुरीद हो गए थे।
नया दिन नई रात
साल 1974 में आईं फिल्म 'नया दिन नई रात' में संजीव कुमार ने एक, दो नहीं बल्कि नौ अलग-अलग किरदार निभाकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया था। फिल्म में उन्होंने अंधे, बूढ़े,लूले-लंगड़े, बीमार, डाकू, जवान कोढ़ी, किन्नर, और प्रोफेसर का किरदार निभाया था। यह फिल्म उनके हर किरदार की अलग खासियत की वजह से ही जानी जाती है। लेकिन इस फिल्मे में निभाया गया किन्नर का किरदार सबसे ज्यादा संजीदा था।
त्रिशूल
संजीव कुमार ने इस फिल्म में 20 साल की उम्र में ही एक वृद्ध आदमी का ऐसा जीवन्त अभिनय किया था। जिसे देखकर पृथ्वीराज कपूर भी दंग रह गए थे। इस फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार संजीव को मिला था।
मौसम
इस फिल्म के लिए संजीव को बेस्ट एक्टर फिल्मफेयर अवॉर्ड के लिए नामांकित किया गया था। इस फिल्म में संजीव कुमार के साथ शर्मिला टैगोर थी।