मरने से पहले अपना अकाउंट और बैंक लॉकर संजय दत्त के नाम कर गई ये फैन, इसके बाद हीरो ने जो किया वो काबिले तारीफ है
संजय दत्त की फैन निशी ने अपना लॉकर और बैंक अकाउंट उनके नाम कर दिया है।
नई दिल्ली: बॉलीवुड सितारों की दीवानगी कभी-कभी हमें हैरान कर देती है। ताजा मामला अभिनेता संजय दत्त से जुड़ा है। उनकी एक महिला फैन जो अब इस दुनिया में नहीं है, उसने मरने से पहले अपना बैंक अकाउंट और बैंक लॉकर संजय दत्त के नाम कर दिया। मालाबार हिल की रहने वाली निशी हरिश्चंद्र त्रिपाठी ने अपनी वसीयत मरने से पहले अभिनेता संजय दत्त के नाम कर गई। बैंक ऑफ बड़ौदा ने जब संजय दत्त को इसकी जानकारी दी तो वह हैरान रह गए। संजय दत्त ने फैसला किया है कि वह यह प्रॉपर्टी वापस परिजनों को सौंप देंगे।
संजय ने इसके लिए बैंक ऑफ बड़ौदा के वालकेश्वर ब्रांच को चिट्ठी भी लिखी है। चिट्ठी में उन्होंने लिखा है कि मालाबार हिल निवासी निशी हरिश्चंद्र त्रिपाठी ने जो संजय दत्त ने बैंक को एक चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने बैंक से रिक्वेस्ट की है कि जो भी प्रॉपर्टी निशी ने उनके नाम की है वो उनके परिजनों को सौंप दी जाए। हैरानी की बात यह है कि संजय दत्त निशी से कभी मिले भी नहीं हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 29 जनवरी को संजय दत्त को पुलिस ने फोन किया और कहा कि निशी का निधन हो गया है। पुलिस ने संजय को बताया कि 62 साल की निशी ने अपना लॉकर और बैंक अकाउंट उनके नाम कर दिया है। निशी संजय दत्त की फैन थी, मगर वो ऐसा फैसला कर लेगी यह जानकर परिवार वाले भी हैरान हैं।
कानूनी प्रक्रिया की वजह से अभी तक बैंक का लॉकर खोला नहीं गया है। हालांकि संजय दत्त की तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि उन्हें कुछ भी नहीं चाहिए। बता दें, 15 जनवरी को निशी का निधन हुआ है, वह लंबे समय से बीमार थीं। वह अपनी 80 साल की मां और बेटे वरुण, आशीष तथा बेटी मधु के साथ रहत थी।
निशी का परिवार 10 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत के 3 बीएचके फ्लैट में रहता है। लेकिन निशी के अकाउंट में कितना पैसा है और लॉकर में क्या है यह बात सामने नहीं आई है।
संजय दत्त ने इस बारे में कहा है कि ‘हमें कई फैन मिलते हैं, जो अपने बच्चों का नाम हमारे या हमारी फिल्मों के किरदार के नाम पर रखते हैं। कई फैंस रास्ते में गिफ्ट पकड़ा देते हैं। लेकिन इस बार जो हुआ उससे तो मैं हैरान रह गया। मुझे कुछ नहीं चाहिए। मैं तो निशी को जानता तक नहीं हूं। मैं इस बारे में कुछ भी कहने की हालत में नहीं हूं। यह मेरे लिए बहुत खास और अजीब अनुभव रहा।’