नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त की बायोपिक को लेकर इन दिनों काफी चर्चा बनी हुई है। फिल्म में उनकी जिंदगी के कई उतार-चढ़ाव के बारे में खुलासा किया जाएगा। लेकिन वहीं दूसरी ओर यासिर उस्मान ने संजय की जिंदगी पर लिखी अपनी किताब 'संजय दत्त: द क्रेजी अनटोल्ड स्टोरी ऑफ बॉलीवुड बैड ब्वॉय' में उनकी लाइफ के हर पहलू को शब्दों में पिरोया है। इस किताब में उनकी जिंदगी के कई ऐसे किस्से भी हैं जिनके बारे में शायद ही कोई जानता होगा। वैसे हर कोई इस बात से बखूबी वाकिफ है कि संजय अपनी मां नरगिस दत्त के बेहद करीब थे। लेकिन उनकी पहली फिल्म ‘रॉकी’ के रिलीज होने से कुछ वक्त पहले ही उनकी मां का निधन हो गया।
हालांकि अपनी मां की मौत के बाद वह रोए नहीं थे। लेकिन जब 3 साल के बाद उन्हें एक टेप मिला जिसमें वह अपनी की आवाज सुनते ही फूट-फूटकर रोने लगे। वह इसी तरह से 4 दिनों तक अपनी मां को याद कर रोते रहे। इसके अलावा किताब में इस बात का भी जिक्र है कि, "मां की मौत के 3 साल बाद संजय दत्त अमेरिका में नशे की लत से छुटकारा पाने के लिए उपचार केंद्र में रहे। इसी दौरान उनके पिता सुनील दत्त ने उनकी मदद के लिए नरगिस के कुछ रिकॉर्ड किए हुए टेप उन्हें भेजे थे।"
किताब में आगे लिखा है कि, "पिता सुनील दत्त ने जब संजय को यह टेप भेजे तो उन्हें नहीं पता था कि इसमें क्या है। उन्होंने इसे बजाया तो अचानक पूरे कमरे में नरगिस की आवाज गूंज उठी। इसके बाद संजय दत्त अपने बचपन की यादों में खो गए। इस टेप में नरगिस की आवाज बहुत कमजोर और दर्द से भरी हुई आ रही थी। लेकिन तब भी वह अपने बेटे को सलाह ही दे रही थीं। इसके बाद संजय दत्त अपने आंसू नहीं रोक पाए और चिल्लाकर रोने लगे।" गौरतलब है कि इस किताब में संजय दत्त की हर अच्छी-बुरी आदत के बारे में खुलकर जिक्र किया गया है।
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