नई दिल्ली: दिग्गज कोरियोग्राफर (नृत्य निर्देशक), अभिनेता व फिल्मकार प्रभुदेवा व्यवसायिक फिल्मों में काम करना मजेदार मानते हैं। उनकी आगामी फिल्म 'तूतक तूतक तूतिया' शुक्रवार को रिलीज हो रही है। प्रभुदेवा से जब पूछा गया कि क्या मसाला फिल्मों में काम करना उनके लिए मुश्किल होता है, तो उन्होंने कहा, "ऐसी फिल्में करना मुश्किल होता है, लेकिन व्यावसायिक फिल्मों का हिस्सा बनना मजेदार लगता है।"
लचीले और अनूठे शैली में नृत्य करने के लिए मशहूर 43 वर्षीय अभिनेता इस बात से सहमत है कि कोरियोग्राफी (नृत्य निर्देशन) के मामले में नृत्य का दायरा सिमट रहा है।
उन्होंने कहा, "मुझे ऐसा लगता है। (कोरियोग्राफी में नृत्य का दायरा सिमट रहा है।)। ऐसी बहुत कहानियां हैं। (गानों में)। मैं ज्यादा लोगों को नाचते या इससे संबंधित कुछ करते नहीं देखता। मैंने बेहद उम्दा डांसरों को ज्यादा नहीं नाचते देखा है। मैं नहीं जानता ऐसा क्यों है।"
अभिनेताओं की नई पीढ़ी जैसे टाइगर श्रॉफ, वरुन धवन और सुशांत राजपूत डांस के मामले में पूरी तैयारी के साथ फिल्म जगत में आए हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या बॉलीवुड में प्रवेश करने के लिए अच्छा डांसर होना अनिवार्य है तो उन्होंने कहा कि यह मददगार साबित होता है। यह अनिवार्य नहीं है, लेकिन यह अभिनेताओं के लिए फायदेमंद ही है।
'तूतक तूतक तूतिया' में उनके साथ काम करने वाले सोनू सूद को उन्होंने औसत और अभिनेत्री तमन्ना भाटिया को अच्छी डांसर बताया।
फिल्म के एक गीत को फिल्माए जाने के दौरान मांसपेशियों में गंभीर रूप से खिंचाव होने के कारण प्रभु देवा को अस्थायी पक्षाघात का सामना करना पड़ा था। 'राउडी राठौड़' और 'सिंह इज ब्लिंग' जैेसे फिल्मों का निर्देशन करने वाले अभिनेता ने कहा कि वह 60 की उम्र पार करने के बाद ही डांस करना कम करेंगे।
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