अभिनेत्री ऋचा चड्ढा को लगता है कि कोरोनोवायरस महामारी लोगों के अंदर से अच्छाई और बुराई सामने लेकर आ रही है। साथ ही उनका कहना है कि यह समय सबके एक साथ आने का और मदद करने का है। इस बारे में ऋचा ने आईएएनएस से कहा, "यह महामारी लोगों के अंदर से अच्छाई और बुराई सामने लेकर आ रहा है। आपके आस पास ऐसे लोग हैं जो जानवरों और मनुष्यों की मदद करने करने के लिए घरों से बाहर निकल रहे हैं, और फिर कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इस मुसीबत में गरीबों के साथ बुरा व्यवहार कर रहे हैं और इसे अवसर के रूप में भुना रहे हैं।"
ऋचा ने भारत के विभिन्न हिस्सों से फंसे 3,000 प्रवासियों का उदाहरण दिया, जिन्होंने मंगलवार को बांद्रा रेलवे स्टेशन पर अपने मूल स्थान पर वापस जाने के लिए भीड़ लगाई थी, अभिनेत्री का कहना है कि उन्हें उनके घर वापस भेजने के लिए तुरंत परिवहन व्यवस्था उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के दौरान मुंबई पुलिस ने उन पर हल्के लाठीचार्ज का प्रयोग भी किया।
अभिनेत्री ने आगे कहा, "अब, ये गरीब प्रवासी मजदूर बांद्रा और सूरत में इकट्ठे हुए, और लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं कि वे कम्यूनिटि ट्रांसमिशन का नेतृत्व कर सकते थे। लेकिन बात यह है कि ये ऐसे लोग हैं जो असहाय हैं और जिनके पास घर जाने और किराए का भुगतान करने के लिए भी पैसे नहीं हैं। यह एक साथ आगे आने और मदद करने का समय है। मुझे वास्तव में उम्मीद है कि लोगों को इस (महामारी) से समझ मिलेगी।
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