वेब सीरीज 'मिर्जापुर' से लोगों को मनोरंजन कर रहे पंकज त्रिपाठी का कहना है कि उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में 14 साल लग गए। फिलहाल वह उत्तर प्रदेश के एक छोटे-से शहर में 'कागज' की शूटिंग कर रहे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने अपनी जिंदगी में कई चुनौतियों का सामना किया है।
'कागज' बिहार के एक छोटे-से कस्बे के किसान भरत लाल के असल जीवन की कहानी है। उसे लाल बिहारी के नाम से भी लोग जानते हैं। उसे अपनी पहचान बनाने और अपनी जमीन व संपत्ति को कानूनी रूप से हासिल करने में 18 साल लग गए।
पंकज ने कहा, "फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ने के बाद बिना संकोच के भरत लाल की भूमिका के लिए तैयार हो गया। पटकथा पढ़ते हुए मैं सहजता से उनकी कठिनाइयों और आघात से जुड़ गया, जिसे भरत लाल ने 18 साल तक झेले होंगे। भरत लाल की तरह, मैंने भी बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने के लिए 14 साल संघर्ष किए।"
पटना के किसान परिवार से आए पंकज एक किसान के लिए जमीन के महत्व को बखूबी समझते हैं। उन्होंने बताया कि अभिनय से पहले वह खेती के काम में अपने पिता का हाथ बंटाते थे। सतीश कौशक द्वारा निर्देशित 'कागज' की अन्य जानकारियों का खुलासा होना बाकी है।
पंकज इससे पहले 'स्त्री' में नजर आए थे, जिसमें लोगों ने उन्हें बहुत पसंद किया था।