कोर्ट की छुट्टियां बढ़ाएंगी आर्यन खान की मुसीबतें, शुक्रवार तक नहीं मिली जमानत तो दीपावली कट सकती है जेल में
मुंबई हाई कोर्ट ने आर्यन खान की जमानत पर फैसला सुरक्षित रख दिया गया है। अगर शुक्रवार तक आर्यन खान को जमानत नहीं मिली तो उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
आर्यन खान ड्रग्स केस में हाई कोर्ट में आर्यन समेत तीन आरोपियों की जमानत पर सुनवाई चल रही है। तारीख पर तारीख वाले फिल्मी एंगल इस मामले में कई बार देखने को मिल चुके हैं। कहा जा रहा है कि अगर दो तीन दिन में जमानत पर फैसला नहीं आ पाया तो जमानत की आस में ही आर्यन खान को अपनी दीवाली और पिता का जन्मदिन जेल में ही बिताना पड़ सकता है। इसके लिए कोई और जिम्मेदार नहीं बल्कि कोर्ट की छुट्टियां जिम्मेदार हो सकती है।\
Aryan Khan Drugs Case Live Updates: आर्यन खान को आज नहीं मिल पाई बेल, कल लंच के बाद फिर सुनवाई
चलिए समझते हैं कि इस केस में छुट्टियां कैसे आर्यन खान के पक्ष को मायूस कर सकती हैं।
29 तारीख यानी शुक्रवार को महीने का आखिरी वीकेंड होगा और इस दिन अदालत में सुनवाई की जगह फाइलिंग की जाती है। यानी जो पूरे महीने में केसेज चले हैं उनकी फाइलिंग का काम होता है।
इसके बाद शनिवार रविवार कोर्ट की छुट्टी रहेगी और 1 नवंबर से 14 नवंबर तक हाई कोर्ट में छुट्टियां रहेंगी। यानी शुक्रवार तक जमानत पर फैसला नहीं आ पाया तो बिना जमानत भी आर्यन को जेल में ही रहना होगा।
Mumbai Drugs Cruise Case: आर्यन खान को आज नहीं मिली बेल, कल फिर होगी सुनवाई
2 नवंबर को शाहरुख खान का जन्मदिन है और 4 नवंबर को दीपावली का त्योहार है। ऐसे में अगर अगले दिन में फैसला नहीं आ पाया तो आर्यन दीपावली के बाद ही जेल से निकल सकेंगे।
हालांकि कानून में इसका भी इलाज है। जब अदालत छुट्टियों पर होती है तो वेकेशन कोर्ट सुनवाई करती है। अगर मामला वेकेशन कोर्ट के पास जाता है तो आर्यन के लिए राहत की बात हो सकती है।
अगर अगले तीन दिन में हाई कोर्ट जमानत रद्द भी करता है और बचाव पक्ष सुप्रीम कोर्ट का रुख करता है तो भी आर्यन दीपावली तक जेल में रहेंगे क्योंकि 30 तारीख के बाद सुप्रीम कोर्ट दीवापली तक बंद होगा, हालांकि उसकी छुट्टियां जल्दी खत्म होगी और वहां 8 नवंबर को सुनवाई हो सकती है।
लगातार 23 दिन से जेल में बंद आर्यन खान के मामले में अब शाहरुख खान तीसरा वकील कर चुके हैं औऱ ये तीसरे वकील हैं जाने माने वकील मुकुल रोहतगी। इनकी जोरदार वकीलें हालांकि काफी प्रभावी रहीं लेकिन कोर्ट के सामान्य कामकाज और समयसीमा आर्यन की परेशानी को बढ़ा सकती हैं।