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Hindi News मनोरंजन बॉलीवुड अस्पताल से डायरेक्शन, तो कोई एक्टर बनते बनते रह गया, फिल्मी दुनिया के Inspirational लोग

अस्पताल से डायरेक्शन, तो कोई एक्टर बनते बनते रह गया, फिल्मी दुनिया के Inspirational लोग

सपनों की मायानगरी कही जाने वाली मुंबई में हर साल सैकड़ों फिल्में बनती हैं और हजारों चेहरे एक उम्मीद और सपने को पाले चले आते हैं। मगर इनमें से कुछ बिरले ही होते हैं जो अपने सपने को खास मुकाम दे पाते हैं।

rajkumar hirani

राजू हिरानी:

राजू हिरानी के पिता उन्हें सीए बनते देखना चाहते थे, लेकिन उन्होंने अपने पिता से सीए न बनने को कह दिया। उनके पिता मान गए और वो अपने पिता के साथ दुकान में हांथ बंटाने लगे। इसके बाद उन्होंने FTII (पुणे) से एडिटिंग का कोर्स किया। हिरानी ने एक एड एजेंसी से शुरुआत की और उसके बाद उन्हें विधु विनोद चोपड़ा के साथ पहली बार कोई एडिटिंग एसाइनमेंट मिला। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। दिलचस्प बात यह है कि राजू एक्टिंग कोर्स करना चाहते थे लेकिन उसकी सीटें फुल हो चुकी थीं और उन्हें एडिटिंग के कोर्स में ही जगह मिल पाई। यहां उन्होंने अपनी मेहनत से स्कॉलरशिप हासिल की और अपने पिता के सिर से थोड़ा बोझ हलका किया।

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