'बैड ब्वॉय' से डेब्यू करेंगे नमाशी, पिता मिथुन चक्रवर्ती से तुलना को लेकर कहा- मैं तैयार हूं...
नमाशी चक्रवर्ती जल्द ही बैड ब्वॉय फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखने जा रहे हैं। हाल ही में इसकी पहली झलक सामने आई है।
नई दिल्ली: नमाशी चक्रवर्ती जल्द ही राजकुमार संतोषी की फिल्म 'बैड बॉय' से बॉलीवुड में कदम रखेंगे। हालांकि उनके डेब्यू से पहले ही लोगों ने उनके पिता व अस्सी के दशक के सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती के साथ उनके लुक की समानता के बारे में बात शुरू कर दी। इस बारे में उनका कहना है कि वो इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं।
इस बारे में नमाशी ने आईएएनएस से कहा, "मैं तुलना के लिए तैयार हूं। तुलना सम्मान का एक तरीका है। लोग मेरी तुलना किसी ऐसे व्यक्ति से करेंगे जो इतने दशकों से उद्योग में है। वह एक महान अभिनेता हैं।" बेशक उन्हें यह भी पता है कि उनके लिए यह घाटे की बात भी है।
उन्होंने कहा, "अगर लोग मेरी तुलना उनकी प्रतिभा और करियर ग्राफ से करेंगे तो यह मेरे लिए एक समस्या हो सकती है। इसका अर्थ है कि आप मिथुन चक्रवर्ती के एक और संस्करण की तलाश कर रहे हैं, जो संभव नहीं है। वह एक अलग युग से एक अलग अभिनेता हैं।"
बड़े होने के दौरान वह हमेशा एक शीशे के सामने खड़े होकर अपने पिता की तरह अभिनय करने की कोशिश करते आए हैं।
नमाशी ने कहा, मैंने उनकी सभी फिल्में देखी हैं। मुझे हमेशा से बड़े पर्दे पर अपने डैड को देखना पसंद रहा है। वह मेरे पसंदीदा अभिनेता हैं, इसलिए मैं उन्हें बहुत कॉपी करता हूं, लेकिन कॉपी करने से ज्यादा उनके तौर-तरीके और बॉडी लैंग्वेज मेरे अंदर समाया है, क्योंकि वह मेरे डैड हैं। मुझे लगता है कि उन्हें कॉपी करने से अधिक यह मेरे डीएनए में है।"
वह बॉलीवुड में प्रवेश करने वाले नए स्टार किड हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने दूसरों की गलतियों से कुछ सीख लिया है, इस पर उन्होंने कहा, "अभिनेता स्वाभाविक ज्ञान से बने होते हैं। हर अभिनेता और अभिनेत्री का अपना स्वाभाविक ज्ञान होता है। असफलता अभिनेता या निर्देशक की गलती नहीं है। हो सकता है फिल्म या किरदारों को सही वक्त न मिला हो। मुझे नहीं लगता कि अभिनेता अच्छे या बुरे होते हैं। ऐसे भी अभिनेता हैं, जिन्हें स्वीकार किया जाता है और वह अभिनेता भी हैं, जिन्हें स्वीकार नहीं किया जाता है। मुझे लगता है कि आपको अपनी हिम्मत और ज्ञान का पालन करना चाहिए और अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहिए।"
उन्हें अपनी पहली फिल्म पर गर्व है, क्योंकि उन्हें यह अपने पिता की मदद के बिना मिला। नमाशी ने कहा, "फिल्म के सह-निर्माता, वकी खान मुझे निर्माता के कार्यालय में ले गए थे।"
इसके बाद दिग्गज निर्देशक संतोषी ने नमाशी में दिलचस्पी दिखाई और उन्हें फिल्म में ले लिया गया।