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Hindi News मनोरंजन बॉलीवुड मधुबाला के लिए किशोर कुमार ने अपनाया था इस्लामिक धर्म, बने थे 'करीम अब्दुल'

मधुबाला के लिए किशोर कुमार ने अपनाया था इस्लामिक धर्म, बने थे 'करीम अब्दुल'

बॉलीवुड को 'मेरे महबूब कयामत होगी', 'मेरे सामने वाली खिड़की में', 'मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू' जैसे लोकप्रिय गाने देने वाले मशहूर पार्श्र्वगायक किशोर कुमार हिंदी फिल्म-जगत के एक ऐसे धरोहर हैं, जिसे बनाने-संवारने में कुदरत को भी सदियां लग जाते हैं।

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किशोर कुमार को बतौर पाश्र्वगायक आठ बार फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। सबसे पहले उन्हें वर्ष 1969 में 'आराधना' फिल्म के गीत 'रूप तेरा मस्ताना' के लिए सर्वश्रेष्ठ गायक का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया था। इसके बाद उन्हें 1975 में फिल्म 'अमानुष' के गीत 'दिल ऐसा किसी ने मेरा' के साथ ही 1978 में 'डॉन' के गीत 'खाइके पान बनारस वाला' के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवार्ड से नवाजा गया था।

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