IIFA 2017: कंगना का मजाक उड़ाने के कारण मुसीबत में फंसे करण, वरुण और सैफ
आईफा अवार्ड में बॉलीवुड के लगभग सभी सितारे शामिल होने के लिए पहुंचे। सभी ह्सतियों ने मिलकर यहां जमकर हंगामा मचाया। लेकिन इस दौरान एक बार फिर से परिवार विवाद पर भी टिप्पणी की गई। इस मुद्दे को बढ़ावा देने वाले बयान के कारण फिल्मकार करण जौहर...
मुंबई: हाल ही में न्यूयॉर्क में आयोजित हुए आईफा अवार्ड में बॉलीवुड के लगभग सभी सितारे शामिल होने के लिए पहुंचे। सभी ह्सतियों ने मिलकर यहां जमकर हंगामा मचाया। लेकिन इस दौरान एक बार फिर से परिवार विवाद पर भी टिप्पणी की गई। इस मुद्दे को बढ़ावा देने वाले बयान के कारण फिल्मकार करण जौहर, अभिनेता वरुण धवन और सैफ अली खान अब सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गए हैं। ट्विटर से जुड़े लोगों ने इसे निराशाजनक बताया। आईफा शो के मेजबान करण और सैफ ने इस विवादित मुद्दे को उछालने में कसर नहीं छोड़ी थी, गौरतलब है कि फिल्म 'क्वीन' की अभिनेत्री कंगना रनौत ने करण के चैट शो 'कॉफी विद करण' में उन्हें परिवारवाद का ध्वजवाहक यानी परिवारवाद को बढ़ावा देने वाला कहा था।
जब मेटलाइफ स्टेडियम के मंच पर वरुण फिल्म 'ढिशूम' के लिए सर्वश्रेष्ठ हास्य कलाकार का पुरस्कार लेने पहुंचे तो सैफ ने मजाक में कहा कि वह (वरुण) फिल्म उद्योग में आज इस मुकाम पर अपने पिता की वजह से हैं। सैफ ने चुटकी लेते हुए कहा, "तुम यहां अपने पापा की वजह से हो।" वरुण भी नहीं चूके और उन्होंने भी कह दिया, '..और आप यहां अपनी मम्मी (शर्मिला टैगोर) की वजह से हैं।" इस पर करण ने तुरंत कहा, "मैं यहां अपने पापा (दिवंगत फिल्मकार यश जौहर) की वजह से हूं।" फिर तीनों ने एक साथ कहा, "परिवारवाद ने मचाई धूम।" वरुण ने फिर करण पर मजाक में निशाना साधने में कोई कसर नहीं छोड़ी और कहा, "आपकी फिल्म में एक गाना है..'बोले चूड़ियां, बोले कंगना।"'
करण ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा, "कंगना ना ही बोले तो अच्छा है..कंगना बहुत बोलती हैं।" कंगना की अनुपस्थिति में उनका मजाक उड़ाए जाने को लेकर तीनों ट्विटर पर लोगों को निशाने पर आ गए हैं। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी और एआईबी सदस्य तन्मय भट्ट ने भी इसकी आलोचना की है। (‘मैंने प्यार किया’ के बाद क्यों हुईं गायब, भाग्यश्री ने खोला राज)
अभिषेक मनु सिंघवी: मैं कंगना की मौजूदगी में करण जौहर, वरुण धवन और सैफ द्वारा मजाक उड़ाने की कोशिश करने पर उन्हें मिले 'लाइक्स' को देखना चाहूंगा। आईफा। तन्मय भट्ट: मुझे अहसास हुआ कि वे परिवारवाद के धूम मचाने की बात अंत में जोर से बोले और मैं अपने चेहरे को हथेली से छुपाने से रोक न सका। एक यूजर ने लिखा कहा, "पिछली रात करण जौहर बेशर्मी से कहते नजर आए 'परिवारवाद ने धूम मचाया', इसका मतलब वह स्वीकार करते हैं कि उनके पास प्रतिभा नहीं है और वह परिवारवाद का हिस्सा भर हैं। एक अन्य यूजर ने कहा, "वरुण धवन आपसे यह उम्मीद बिल्कुल नहीं की थी कि आप परिवारवाद के धूम मचाने की बात कहेंगे। एक महिला का इतने बड़े मंच पर अपमान करना बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है। मैं निराश हूं।"