दीपिका पादुकोण के बाद JNU विवाद में कूदीं कंगना रनौत, कहा- ये राष्ट्रीय मुद्दे के लायक नहीं है
एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के बाद अब कंगना रनौत ने जेएनयू हिंसा पर अपनी बात व्यक्त की है।
मुंबई: बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में जाने के कारण देशभर में हो रहे विरोध और समर्थन के बीच अब अभिनेत्री कंगना रनौत भी इस विवाद में कूद गई हैं। अपनी अपकमिंग मूवी 'पंगा' के प्रमोशन के दौरान एक मीडिया हाउस से बात करते हुए कंगना ने जेएनयू पर अपनी बात बोली। उन्होंने कहा कि ये राष्ट्रीय मुद्दे के लायक नहीं है।
इस मुद्दे पर बात करते हुए कंगना रनौत ने कहा, 'जेएनयू में स्टूडेंट्स पर हुए अटैक पर छानबीन चल रही हैं। मैंने इस मुद्दे में यही देखा कि वहां पर दो तरह के लोग हैं, एक AVBP और JNU, जो दो तरह के यूनियन हैं। मैं आपको बताना चाहती हुं कि कॉलेजों में गैंगवार होना बहुत स्वाभाविक हैं। मैं चंडीगढ़ में थी, वहां एक गर्ल्स हॉस्टल था, जिसके पास में लड़कों का हॉस्टल भी था। वहां पीछा करते रहते और खुल्लम खुल्ला मर्डर कर देते थे।'
कंगना रनौत ने आगे कहा, 'एक बार हमारे हॉस्टल गेट के अंदर वो लड़का कूद गया, जिसका मर्डर होने वाला था। उसे हमारे प्रबंधक ने बचाया। मैं कहना चाहूंगी कि ऐसे में दोनों तरफ के लोग जख्मी होते हैं और ऐसे गैंगवार बहुत ही आक्रामक लोगों द्वारा चलाये जाते हैं तो क्या इन्हें राष्ट्रीय मुद्दा बनाना चाहिए...? बिल्कुल नहीं। ऐसे लोगों को तो पुलिस कस्टडी में लेकर चार-चार झापड़ देना चाहिए, ताकि इनकी सारी हेकड़ी निकल जाए। ऐसे गुंडे हर गली, मुहल्ले और कॉलेज में होते हैं। तो इन्हें कोई नेशनल इश्यू ना बनाएं। ये कोई राष्ट्रीय मुद्दे के लायक नही हैं।'
बता दें कि जेएनयू परिसर में साबरमती हॉस्टल पर पांच जनवरी को नकाबपोश बदमाशों के समूह ने कुछ छात्रों और प्रोफेसरों पर हमला कर दिया था। इसके बाद से ही जेएनयू में तनाव बना हुआ है। इसी दौरान एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण अचानक जेएनयू पहुंच गई थीं। उन्होंने वहां जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आईशी घोष से मुलाकात की, जो हिंसा में घायल हुईं थी। दीपिका ने बैठक को संबोधित नहीं किया और घंटे भर बाद वहां से चली गईं।
इसके बाद देशभर में एक खेमा दीपिका का विरोध करने लगा। उनकी फिल्म 'छपाक' को बायकॉट करने की बात भी होने लगी। वहीं, बॉलीवुड समेत दूसरा खेमा एक्ट्रेस का समर्थन कर रहा है।