मुंबई एयरपोर्ट पर भीड़ के कारण VIP गेट से कंगना रनौत को निकाला बाहर, पहुंचीं अपने घर
कंगना सीधे अपने खार स्थित घर पहुंची हैं। एक्ट्रेस के घर के बाहर भी सुरक्षा व्यवस्था के पूरे इंतजाम किए गए हैं।
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुंबई पहुंच गई हैं। एयरपोर्ट पर भीड़ होने के कारण उन्हें वीआईपी गेट से बाहर निकाला गया। वो सीधे अपने खार स्थित घर पहुंची हैं। एक्ट्रेस के घर के बाहर भी सुरक्षा व्यवस्था के पूरे इंतजाम किए गए हैं।
बता दें कि मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचने से पहले ही वहां कंगना रनौत के समर्थक जुट गए थे। कुछ लोग उनका विरोध प्रदर्शन भी कर रहे थे।
कंगना रनौत के दफ्तर में BMC की तोड़फोड़ का बॉलीवुड ने किया विरोध
इससे पहले कंगना का कोविड-19 परीक्षण बुधवार को दूसरी बार किया गया, जिसमें उनकी जांच रिपोर्ट दोबारा नेगेटिव आई है। हिमाचल प्रदेश में स्थित अभिनेत्री के माता-पिता के घर से मंगलवार को स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा उनके नमूने एकत्रित किए गए थे। पहले एकत्रित किए गए सैंपल के रिजेक्ट हो जाने की वजह से इसे फिर से लिया गया, जिसमें उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
कंगना अपने पैतृक घर से रवाना हुईं। फिर बुधवार दोपहर 12.15 बजे के करीब चंडीगढ़ से मुंबई जाने की उनकी फ्लाइट थी। अब वो मुंबई पहुंच चुकी हैं। भीड़ की वजह से उन्हें वीआईपी गेट से निकाला गया। घर से चंडीगढ़ तक सड़क के रास्ते अपने सफर के दौरान कंगना ने ट्वीट कर लिखा, "मैंने अपनी फिल्मों के माध्यम से रानी लक्ष्मीबाई के साहस, पराक्रम और बलिदान को जिया है। दुख इस बात का है कि मुझे अपने ही महाराष्ट्र में आने से रोका जा रहा है। मैं अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज उठाती रहूंगी, जय महाराष्ट्र, जय शिवाजी।" कंगना के परिवारवाले हमीरपुर के समीप स्थित भाम्बला नामक गांव में बसे हुए हैं, जो राज्य की राजधानी शिमला से कुछ 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने कंगना के 'अवैध दफ्तर' को तोड़ने पर लगाई रोक
दूसरी तरफ बॉम्बे हाईकोर्ट ने बुधवार को बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के 'अवैध दफ्तर' को तोड़े पर रोक लगा दी, इसके कुछ ही घंटे पहले बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (बीएमसी) ने परिसर में बुलडोजर चलाना शुरू किया था। कंगना के वकील ने हाईकोर्ट के समक्ष सुबह बीएमसी के नोटिस को चुनौती दी थी, जिसमें कहा गया था कि बांद्रा पश्चिम स्थित ऑफिस के निर्माण में कोई गैर-कानूनी कदम नहीं उठाया गया है।
हाईकोर्ट ने बीएमसी को कंगना की याचिका के संदर्भ में गुरुवार दोपहर 3 बजे तक जवाब दायर करने का निर्देश दिया। यहां तक कि जब हाईकोर्ट इस मामले की सुनवाई कर रहा था, तब पुलिस के साथ मौजूद बीएमसी एच-वेस्ट वार्ड की टीम ने अदालत के आदेशों की प्रतीक्षा में ऑफिस ढहाने की प्रक्रिया को रोक दिया। हालांकि, अंदर और बाहर से ऑफिस परिसर का एक महत्वपूर्ण हिस्से को बुलडोजर, जेसीबी और अन्य भारी उपकरणों के इस्तेमाल से ढहा दिया गया।
इससे पहले, बीएमसी ने ऑफिस के बाहर एक नोटिस चिपकाया, जिसमें कंगना के वकील रिजवान सिद्दीकी द्वारा मंगलवार के नोटिस के मद्देनजर दायर जवाब को खारिज कर दिया गया था, जिसमें बीएमसी ने उनके कार्यालय में चल रहे निर्माण में कई उल्लंघनों का जिक्र किया था। इसके कुछ ही घंटो बाद ऑफिस तोड़ना शुरू कर दिया गया। हालांकि सोशल मीडिया पर कंगना और महाराष्ट्र के कुछ राजनेताओं के बीच साझा की गई छिड़ी जुबानी जंग के बाद ये कदम उठाया गया।
(आईएएनएस इनपुट के साथ)