फिल्म रिव्यू: ‘हाउसफुल 3’ में नहीं है दम
अक्षय,रितेश और अभिषेक बच्चन के अभिनय से सजी फिल्म 'हाउसफुल-3' शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म देखने से पहले पढ़े रिव्यू
कलाकार:- अक्षय कुमार, रितेश देशमुख, अभिषेक बच्चन, जैकलीन फर्नांडीज, नरगिस फाखरी, लीजा हेडन, बोमन इरानी, जैकी श्रॉफ, चंकी पांडे
निर्देशन: साजिद-फरहाद
संगीत: मीका सिंह
शैली: कॉमेडी फिल्म
साजिद-फरहाद के निर्देशन में बनी फिल्म ‘हाउसफुल-3’ शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। हाउसफुल की श्रृंखला में बनी पिछली दो फिल्मों का निर्देशन साजिद खान ने किया था, लेकिन इस फिल्म में फरहाद ने भी साजिद का साथ दिया है। फिल्म को लिखने और बनाने में जब दो लोगों का दिमाग लगा है तो इससे उम्मीद की जा रही थी कि यह पिछली दोनों फिल्मों से कई ज्यादा बेहतर साबित होगी। लेकिन इस फिल्म को देखकर ऐसा लगता है कि बॉलीवुड दर्शकों को हंसाने के तरीके भूल चुका है। इन दिनों बन रही ज्यादातर फिल्मों में व्हॉट्सएप और सोशल मीडिया जोक्स का ही इस्तेमाल होता हुआ नजर आता हैं। आज कल फिल्मों में कहानी के मुताबिक कॉमेडी देखने को ही नहीं मिल रही है।
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कहानी:-
साफ शब्दों में कहा जाए तो इसमें कोई कहानी नहीं है। फिल्म को देखने के लिए अगर दिमाग का इस्तेमाल न करें तो यह आपको थोड़ी मजेदार लग सकती है। फिल्म की कहानी शुरु होती है बटुक पटेल (बोमन इरानी) से जो अपनी 3 बेटियों गंगा (जैकलीन फर्नांडीज), जमुना (लीजा हेडन) और सरस्वती (नरगिस फखरी) के साथ लंदन में रहती है। बटुक को लगता है उसकी बेटियां सबसे ज्यादा संस्कारी हैं। हर पिता की तरह वह भी अपनी बेटियों के लिए किसी योग्य वर की तलाश में होता है। इसके बाद एंट्री होती है सैंडी (अक्षय कुमार), टेडी (रितेश देशमुख) और बंटी (अभिषेक बच्चन) की। बटुक की तीनों बेटियां इनसे प्यार करती हैं और इन्हीं से शादी करना चाहती हैं। लेकिन बटुक पटेल को ये तीनों बिल्कुल पसंद नहीं है। इसके बाद पिता अपनी बेटियों के इन तीनों से दूर करने के हथकंडे अपनाता है बेटियां अपने तरीके से उन्हें मनाने की कोशिश करती हैं उनके ब्वॉयफ्रेंड अलग तरीके से। इन सबके बीच फिल्म में कन्फ्यूजन शुरु होती है। इस दौरान ये सभी क्या-क्या हथकड़ें आजमाते है इसे जानने के लिए आपको सिनेमाघरों तक जाना होगा।
निर्देशन:-
साजिद-फरहाद ने मिलकर कई बेहतरीन फिल्मों की कहानी लिखी है। लेकिन इस फिल्म में ये दोनों चूक गए। फिल्म का निर्देशन औसत से कम रहा है। इसमें कुछ भी नया नहीं दिखाई दिया। साथ ही उन्होंने दर्शकों को काफी कन्फ्यूज भी किया है। इसकी पिछली दो सीरिज को देखा जाए तो वह दर्शकों का मनोरंजन करने में ज्यादा सफल साबित हुई थीं। लेकिन इस फिल्म से जितनी उम्मीदें की गई थीं इसने उतना ही निराश किया है।
अभिनय:-
'एयरलिफ्ट' और 'ब्रदर्स'जैसी गंभीर फिल्में करने के बाद अक्षय ने बखूबी इस में दर्शकों को हंसाने की कोशिश की है। वहीं दूसरी तरफ रितेश देशमुख भी इस तरह के किरदारों को अच्छी तरह निभा जाते हैं। अभिषेक बच्चन ने भी अपनी तरफ से दर्शकों को हंसाने की पूरी कोशिश की है। जैकलिन, लीजा और नरगिस ने ऐसा कुछ फिल्म में नया नहीं किया है। वहीं जैकी श्रॉफ, चंकी पांडे का भी कोई खास किरदार नहीं नजर आया।
म्यूजिक:-
पिछली दो फिल्मों के संगीत की बात करें तो वह इससे कई ज्यादा बेहतर था। इसमें ऐसा कोई खास गाना देखने को नहीं मिलता जिसे दर्शकों के बीच याद रखा जा सकता हो। जबकि पिछली फिल्मों के गानें 'पापा जग जाएगा' और 'धन्नो' आज तक काफी लोकप्रिय हैं।
क्यों देखें:-
फिल्म में बॉलीवुड के कई सितारे अभिनय करते हुए नजर आए हैं। सभी अपनी-अपनी तरफ से दर्शकों को हंसाने की कोशिश करते हैं। फिल्म की कहानी के लिए दिमाग न चलाकर इन सितारों को देखने एक बार तो सिनेमाघरों में जा सकते हैं।