बर्थडे स्पेशल: प्रवासी मजदूरों से लेकर किसान तक, कोरोना काल में लोगों के ऐसे मसीहा बने सोनू सूद
सोनू सूद 30 जुलाई को अपना 47वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर जानिए कि कोरोना संकट में वो कैसे लोगों के लिए रियल हीरो बन गए।
काल से पहले लोग अपनी जिंदगी में व्यस्त थे। अपने भविष्य की चिंता करते हुए वर्तमान में आगे बढ़ रहे थे, लेकिन अचानक से आई इस वैश्विक महामारी ने सभी के पैरों में बेड़ियां जड़ दी। जिंदगी मानो ठहर सी गई है। कई बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। लोगों को परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है, लेकिन इन सबके बीच बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद मसीहा बनकर सामने आए। उन्होंने इस संकट की घड़ी में मुसीबत में फंसे हर शख्स की मदद की है। फिर चाहे वो दूसरे राज्य में फंसा प्रवासी मजदूर हो या फिर गरीबी के कारण अपनी बेटियों को हल बनाकर खेत जोतता किसान, सोनू इनके लिए रियल हीरो बन गए हैं।
सोनू सूद 30 जुलाई को अपना 47वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर आइए जानते हैं कि वो कैसे लोगों के मसीहा बन गए हैं...
प्रवासी मजदूरों को पहुंचाया घर
जब भारत में कोरोना वायरस ने अपना पैर पसारना शुरू किया और देशभर में लॉकडाउन लागू हो गया तो प्रवासी मजदूरों के सामने संकट खड़ा हो गया। वो अपने गांव घर जाने के लिए परेशान हो गए। कितने लोगों ने मजबूरी में पैदल ही अपना सफर शुरू कर दिया। ऐसे में सोनू सूद इन जरुरतमंदों के लिए खड़े हुए और राज्य में फंसे प्रवासी मजदूरों को बसों, ट्रेनों और फ्लाइट के जरिए उनके घर तक पहुंचाया। उनके इस कदम ने लोगों को उनका मुरीद बना दिया।
स्टूडेंट्स को कराया एयरलिफ्ट
सोनू सूद ने न सिर्फ प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाया, बल्कि दूसरे देशों में फंसे छात्रों को भी वहां से निकालने में मदद की। किर्गिस्तान में फंसे करीब 3 हजार स्टूडेंट्स को एयरलिफ्ट कराकर वो वापस उन्हें अपने देश लेकर आए। इनमें कई छात्र बिहार-झारखंड के थे, जो मेडिकल की पढ़ाई के लिए किर्गिस्तान गए थे।
किसान को दिया ट्रैक्टर
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक किसान अपनी दो बेटियों की मदद से खेत जोत रहा था। गरीबी की वजह से वो बैल नहीं खरीद सकता था। जैसे ही सोनू को इस बारे में पता चला उन्होंने तुरंत मदद भिजवाई। सोनू ने पहले दो बैल देने की बात कही और ट्वीट किया कि बच्चियों को उनकी पढ़ाई पर ध्यान देने दें। बाद में उन्होंने बैल की जगह ट्रैक्टर भिजवाया। सोनू की इस मदद से किसान और उनका परिवार गदगद हो गया और उनके फैंस ने उनकी खूब प्रशंसा की।
दूधवाले की मदद के लिए मांगी डिटेल्स
कोरोना काल में लोगों को कई परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। हाल ही में एक खबर सामने आई थी कि हिमाचल प्रदेश में एक दूधवाले के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ने के लिए एक मोबाइल फोन की जरूरत थी। ऐसे में उस गरीब दूधवाले ने अपनी गाय बेचकर एक स्मार्ट फोन खरीद कर बच्चों को दिया। जैसे ही सोनू सूद को इस बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत ट्विटर पर लिखा कि वो इस दूधवाले की मदद करेंगे। उन्होंने सोशल मीडिया पर उस शख्स की डिटेल्स मांगी, ताकि उसकी गाय वापस दिला सकें।
बुजुर्ग महिला के लिए ट्रेनिंग स्कूल चाहते हैं खोलना
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक बुजुर्ग महिला अपना पेट पालने के लिए सड़कों पर स्टंट करती दिखाई दी। उम्र के इस पड़ाव में उनकी कमर्ठता का हर कोई कायल हो गया। ऐसे में सोनू सूद ने तुरंत ट्विटर पर इनकी डिटेल्स मांगी और लिखा कि वो आजी की मदद करना चाहते हैं। उन्होंने ये भी बताया कि वो उनके लिए एक छोटा ट्रेनिंग स्कूल खोलना चाहते हैं, ताकि वो देश की अन्य महिलाओं को डिफेंस की ट्रेनिंग दे सकें।
अनगिनत लोगों की मदद कर चुके हैं सोनू सूद
सोनू सूद अब तक इतने लोगों की मदद कर चुके हैं और कर रहे हैं कि इसको गिनाना मुश्किल है। कभी दशरथ मांझी के परिवार की मदद करते हैं तो कभी महाराष्ट्र पुलिस को कोविड 19 से बचाव के लिए फेस शील्ड भिजवाते हैं। भूखों को खाना खिला रहे हैं तो जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। हर कोई सोनू सूद की सराहना कर रहा है। उन्हें अपना आशीर्वाद दे रहा है।