बाहुबली फिल्म में ऐतिहासिक और मजबूत महिला शिवगामी देवी का किरदार निभाकर मशहूर हुई एक्ट्रेस राम्या कृष्णन आज अपना 51 वां जन्मदिन मना रही हैं। यूं तो अपनी 200 फिल्मों के सफर में राम्या ने कई तरह के किरदार निभाए लेकिन शिवगामी देवी का किरदार उनके लिए एक सुनहरा मौका साबित हुई जिसने उनको सिल्वर स्क्रीन पर अहम जगह पहुंचा दिया।
कहा जाता है कि राम्या कृष्णन शिवगामी देवी बनने के लिए राजामौली की पहली पसंद नहीं थीं। राजामौली पहले ही बड़े बजट की फिल्म बना रहे थे। उनकी पहली पसंद थीं दिवंगत श्रीदेवी। राजामौली ने श्रीदेवी को शिवगामी देवी बनने का ऑफर दिया जिसके लिए श्री देवी राजी भी हो गई। लेकिन बात अटकी पेमेंट पर। श्रीदेवी इस रोल के लिए 6 करोड़ की फीस मांग रही थी थी और ये फीस राजामौली के लिए ज्यादा थी।
तब राजामौली ने दूसरे विकल्पों पर गौर किया तो उन्हें राम्या नजर आई। विश्वास भरी बड़ी बड़ीं आंखें, प्रभावशाली चेहरा और अच्छी कदकाठी। राम्या शिवगामी देवी बनने के लिए परफेक्ट लगी तो राजामौली ने उनसे संपर्क किया औऱ राम्या इस शानदार रोल के लिए तुरंत राजी हो गई।
राम्या जब शिवगामी बनकर पर्दे पर आई तो मानों लोग शिवगामी देवी की जय जयकार करने लगे। शिवगामी देवी की मजबूत आवाज, आंखें और दमदार व्यक्तित्व हिट हो गया। उनका एक डायलॉग 'मेरा वचन ही मेरा शासन है' हर जुबान पर चढ़ गया।
बाहुबली के दूसरे पार्ट में भी राम्या का किरदार काफी मजबूत रहा। राम्या के बॉलीवुड करियर की बात करें तो वो अमिताभ बच्चन और गोविंदा के साथ बड़े मियां छोटे मियां में नजर आई थी।
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