Birthday Special: आखिर क्यों शाहरुख खान को बेटे की तरह मानते हैं दिलीप कुमार, पत्नी सायरा ने बताई असली वजह
अपने समय सुपरस्टार दिलीप कुमार आज अपना 96वां बर्थडे मना रहे हैं। दिलीप कुमार का असली नाम यूसुफ खान है। दिलीप कुमार ने अपने फ़िल्मी करियर में मात्र 54 फिल्में की हैं।
नई दिल्ली: अपने समय सुपरस्टार दिलीप कुमार आज अपना 96वां बर्थडे मना रहे हैं। दिलीप कुमार का असली नाम यूसुफ खान है। दिलीप कुमार ने अपने फ़िल्मी करियर में मात्र 54 फिल्में की हैं। 11 दिसंबर 1922 को पेशावर, पाकिस्तान में मोहम्मद यूसुफ खान के नाम से जन्मे दिलीप साहब का रिश्ता शाहरुख खान से बेहद खास है। वे और उनकी पत्नी सायरा बानो उन्हें बेटे की तरह ट्रीट करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे एक इमोशनल वजह छुपी हुई है। खुद सायरा ने एक इंटरव्यू के दौरान इस बात का खुलासा किया था। सायरा ने कहा था- अगर हमारा बेटा होता तो शाहरुख की तरह दिखता...
सायरा ने 2017 में एक इंटरव्यू के दौरान शाहरुख से पहली मुलाकात के बारे में बताया था। उनकी मानें तो जब शाहरुख ने पहली फिल्म 'दिल आशना है' साइन की थी, तब उनकी उनसे पहली मुलाकात हुई थी। बकौल सायरा, "हम फिल्म के मुहूर्त के लिए जा रहे थे। दिलीप साहब ने सेरेमोनियल क्लैप दिया था। मैं हमेशा कहती हूं कि अगर हमारा बेटा होता तो बिल्कुल शाहरुख की तरह दिखाई देता। दोनों शाहरुख और दिलीप साहब के बाल एक जैसे हैं। यही वजह है कि जब भी मैं शाहरुख से मिलती हूं तो उनके बालों में उंगली फिराती हूं। जब हाल ही में वे साहब को देखने आए तो उन्होंने पूछा- आज आप मेरे बालों में हाथ नहीं लगा रही हैं। उनकी यह बात सुन मुझे बहुत ख़ुशी हुई थी।"
बचपन से दिलीप कुमार को जानते हैं शाहरुख
2013 में एक इंटरव्यू के दौरान शाहरुख खान ने बताया था कि वे बचपन से ही दिलीप साहब को जानते हैं। बकौल शाहरुख, "दरअसल, मेरे पिता उन्हें जानते थे। दोनों दिल्ली की एक ही गली में रहते थे। बचपन में मैं दिलीप साहब से कई बार मिला। हम अक्सर उनके घर जाते थे। सायराजी को याद नहीं, लेकिन लंदन से उनकी दवाइयां मेरी आंटी ही भेजती थीं। सालों बाद जब मैं केतन मेहता के साथ काम कर रहा था तो उनके ऑफिस में मुझे दिलीप कुमार की फोटो दिखी। मैंने कहा- अरे ये तो मैं ही हूं। फोटो में वे काफी हदतक मेरे जैसे ही दिख रहे थे या यूं कहूं कि मैं उनकी तरह दिख रहा था। लेकिन दिलीप साहब के साथ मेरा रिश्ता इससे कहीं बढ़कर है। दिलीप साहब और सायराजी ने हमेशा मुझे अपने बेटे की तरह ट्रीट किया है।"
इस वजह से नहीं हो पाई दिलीप कुमार की कोई औलाद
दिलीप कुमार पिता क्यों नहीं बन सके, इसका जवाब उन्होंने अपनी ऑटोबायोग्राफी 'द सबस्टांस एंड द शैडो' में दिया है। बुक में दिलीप कुमार ने कहा है, "सच्चाई यह है कि 1972 में सायरा पहली बार प्रेग्नेंट हुईं। यह बेटा था (हमें बाद में पता चला)। 8 महीने की प्रेग्नेंसी में सायरा को ब्लड प्रेशर की शिकायत हुई। इस दौरान पूर्ण रूप से विकसित हो चुके भ्रूण को बचाने के लिए सर्जरी करना संभव नहीं था और दम घुटने से बच्चे की मौत हो गई।" दिलीप कुमार की मानें तो इस घटना के बाद सायरा कभी प्रेग्नेंट नहीं हो सकीं।