"ऐ दिल है मुश्किल" की बढ़ी मुश्किलें, सिंगल स्क्रीन पर नहीं होगी रिलीज़
मुंबई: सिनेमा मालिकों और भारतीय प्रदर्शक एसोसिएशन ने शुक्रवार को घोषणा की कि बॉलीवुड की पाकिस्तानी कलाकारों की फिल्मों को गोवा, गुजरात और महाराष्ट्र में सिंगल स्क्रीन पर फिल्म प्रदर्शित नहीं करेंगे। दूसरी तरफ केंद्रीय
मुंबई: सिनेमा मालिकों और भारतीय प्रदर्शक एसोसिएशन ने शुक्रवार को घोषणा की कि बॉलीवुड की पाकिस्तानी कलाकारों की फिल्मों को गोवा, गुजरात और महाराष्ट्र में सिंगल स्क्रीन पर फिल्म प्रदर्शित नहीं करेंगे। दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि भारत को पाकिस्तानी कलाकारों को वीजा जारी करने में कोई समस्या नहीं है।
एसोसिएशन का फ़ैसला ऐसे समय में आया है जब करण जोहर की फ़िल्म ऐ दिल है मुश्किल दो हफ़्ते में रिलीज़ होने वाली है। इस फ़िल्म में पाकिस्तान के एक्टर फ़वाद ख़ान हैं। मल्टीप्लेक्स सिनेघरों ने अभी इस बारे में कोई फ़ैसला नही किया है।
एसोसिशन के अध्यक्ष नितिन दातर ने कहा: “हमें करण जोहर से कोई शिकायत नही है। हम तो बस उन फिल्मों को नही दिखाएंगे जिसमें पाकिस्तानी कलाकार या टैक्निशियंस हों। हमने बैठक में फ़ैसला किया है कि हम सिंगल स्क्रीन वाले सिनेमाघरों में इन फिल्मों को नही दिखाएंगे। भविष्य में अगर पाकिस्तान के साथ संबंध बेहतर होते हैं तो हम इस फ़ैसले पर विचार करेंगे।”
सिनेमा ऑनर्स और एग्जिबिटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया' से ज्यातर सिंगल स्क्रीन के ऑनर्स जुड़े हुए हैं, ऐसे में फिल्म का सिंगल स्क्रीन थिएटर्स पर रिलीज होना मुश्किल में नजर आ रहा है।
यहां तक कि नितिन दातार ने यह भी कहा, 'एसोसिएशन चाहती है कि बाकी राज्यों के बोर्ड भी फिल्म को रिलीज ना करने के हमारे फैसले का साथ दें और इसे ना रिलीज होने दें। ' इसके अलावा इस ऐसोसिएशन के साथ केवल महाराष्ट्र के ही 430 मेंबर्स जुड़े हुए हैं. ऐसोसिएशन का यह दावा है कि उनका गोवा, गुजरात और कोलकाता के कुछ हिस्सों में भी अच्छा खासा दबदबा है और उनके साथ सिंगल स्क्रीन के अलावा कई छोटे मल्टीप्लेक्स के मालिक भी जुड़े हुए हैं।
इस बीच इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMPPA) ने सिनेमा मालिकों और भारतीय प्रदर्शक एसोसिएशन के के फ़ैसले की निंदा की है। इंपा के प्रेसिडेंट टीपी अग्रवाल ने कहा: “मैं इस फ़ैसले से सहमत नहीं हूं क्योंकि ये समस्या (उज़ी हमला) शुरु होने के पहले ही फ़िल्म बनकर तैयार हो चुकी थी। इस फ़ैसले की वजह से प्रोड्यसर्स को बिलावजह भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।”
इंपा के उपाध्यक्ष अशोक पंडित ने कहा कि अगर सिनेमाघरों के मालिकों को लगता है कि लोग फिल्म नहीं चलने देंगे तो उन्हें पुलिस सुरक्षा के लिए महाराष्ट्र सरकार से बात करनी चाहिये थी। उन्होंने कहा कि सिनेमा मालिकों और भारतीय प्रदर्शक एसोसिएशन उन प्रोड्यसरों को निशाना बना रही है जिनकी फिल्म रिलीज़ के लिए तैयार है जबकि इंपा ने फिल्म निर्माताओं से पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम न करने को कहा है।
फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि अगर पाकिस्तानी कलाकारों ने एक बयान देकर हमले की निंदा कर दी होती तो ये नौबत नही आती।
इसके पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने पाकिस्तानी कलाकारों के देश छोड़ने की धमकी दी थी और कहा था कि वो ऐ दिल है मुश्किल और रईस को रिलीज़ नहीं होने देंगे।
उधर पाकिस्तान फ़िल्म प्रदर्शकों ने भी जवाब में भारतीय फिल्में अपने सिनेमाघरों में नहीं दिखाने का फ़ैसला किया है।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने शुक्रवार को , "भारत सरकार को किसी पाकिस्तानी कलाकार को वीजा देने में कोई समस्या नहीं है।"
उन्होंने कहा, "हमें वीजा देने में कोई समस्या नहीं है। यदि कोई व्यक्ति वीजा के लिए आवेदन करता और सारी शर्तो को पूरा करता है, तो उसे वीजा दे दिया जाता है। ऐसा नहीं है कि हम पाकिस्तानी लोगों को वीजा नहीं जारी कर रहे हैं।"