साइकिल से पिता को दरभंगा लेकर गई ज्योति की जिंदगी पर बनाई जाएगी फिल्म
पिता को साइकिल पर बैठाकर गुरुग्राम से दरभंगा लेकर गई ज्योति कुमारी पर फिल्म बन रही है। इस फिल्म का नाम आत्मनिर्भर होगा।
लॉकडाउन के दौरान हरियाणा के गुरुग्राम से ज्योति कुमारी नाम की लड़की अपने पिता को साइकिल पर बैठकर 1200 किमी किमी की दूरी तय कर बिहार के दरभंगा पहुंची थीं। अपने घायल पिता को साइकिल पर बैठाकर 7 दिनों में गांव पहुंची थी। ज्योति के जीवन पर फिल्म बनाई जा रही है। इस फिल्म का नाम 'आत्मनिर्भर' रखा जाएगा। इस फिल्म में ज्योति खुद एक्टिंग करेंगी।
मुंबई मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म में ज्योति के जीवन के कई परेशानियों के बारे में दिखाया जाएगा। इस फिल्म को शाइन शर्मा डायरेक्ट करेंगे। यह फिल्म हिंदी, इंग्लिश और मैथली भाषा में रिलीज होगी। शाइन और उनके दोस्त मिराज, फैरोज, सजीथ नंबियर प्रोड्यूस करेंगे। यह वीमेकफिल्म्ज बैनर के तले बनेगी। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक यह फिल्म रियल जगह पर शूट होगी मगर यह डॉक्यूमेंट्री नहीं होगी।
ज्योति ने हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू नें कहा-अगर मैं पिता को लेकर नहीं आई होती तो मेरे पिता भूख से मर गए होते। लॉकडाउन के बाद परेशानियां बढ़ती जा रही थीं। हमारा मकानमालिक हमे घर के बाहर निकालना चाहता था।उनसे दो बार बिजली भी काट दी थी क्योंकि अपने किराया नहीं दिया था क्योंकि मेरे पिता के पास पैसे नहीं थे। हमने घर वापिस आने का फैसला लिया।
मैंने अपने पिता को कहा- मैं उन्हें साइकिल पर लेकर घर जाउंगी लेकिन नह माने नहीं। वह मुझे बार-बार कहते रहे कि मैं नहीं कर पाउंगी। मैंने बैंक से 1000 रुपये निकाले और 500 रुपये में पुरानी साइकिल खरीदी। मैं रोजाना 50-60 किमी साइकिल चलाती थी। लंबे पुल पर साइकिल चलाना मुश्किल होता था. हम पेट्रोल पर रुकते थे और रात वहीं रुकते थे। लोग हमे खाना और पानी देते थे।
ज्योति ने आगे कहा- मुझे आठवी कक्षा में अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी लेकिन अब मैं दोबारा स्कूल जा सकती हूं। मैं पढ़ाई करना चाहती हूं ताकि मेरे पिता को काम के लिए दूरी जगह ना जाना पड़े और दोबारा ऐसी परिस्थिति का सामना ना करना पड़े।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी और सलाहकार इवांका ट्रंप ने ज्योति कुमारी की खबर सोशल मीडिया पर शेयर की थी और लिखा धीरज और प्रेम के इस सुंदर पराक्रम ने भारतीय लोगों और साइकिल फेडरेशन का ध्यान खींचा है। इवांका ने ट्वीट किया- 15 साल की ज्योति कुमारी अपने घायल पिता को साइकिल पर बैठाकर 7 दिनों में 1,200 किमी सफर तय करके गांव पहुंची। सहनशक्ति और प्रेम की इस सुंदर वीरगाथा ने भारतीयों और साइकलिंग फेडरेशन का ध्यान खींचा है।