मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री भूमि पेडनेकर इन दिनों अपनी आगामी फिल्म ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ के प्रमोशन में काफी व्यस्त हैं। उनकी इस फिल्म में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित किया गया है। अपनी इस फिल्म को लेकर भूमि का कहना है कि, ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ जैसी सामाजिक रूप से प्रासंगिक फिल्म में काम करने से समाज में मौजूद कई मुद्दों को लेकर उनकी आंखें खुल गईं। ‘दम लगा के हइशा’ फिल्म से चर्चा में आईं भूमि ने कहा कि फिल्म ने उन्हें इस बात से वाकिफ कराया कि देश की 54 प्रतिशत आबादी के पास शौचालय की सुविधा नहीं है।
उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, “मेरे इस फिल्म में काम करने का एक बड़ा कारण यह था कि इसने बहुत सारी चीजों को लेकर मेरी आंखें खोल दीं। ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ एक खुशनुमा कहानी है, फिल्म देखने के बाद आपको खुद में एक बदलाव महसूस होगा। यह उपदेश नहीं देती, कोई डॉक्यूमेंट्री नहीं है, यह काफी मनोरंजक फिल्म है।“ बता दें कि फिल्म में भूमि के साथ अक्षय कुमार मुख्य किरदार निभाते हुए नजर आ रहे हैं। भूमि ने कहा कि फिल्म देश के लोगों की मानसिकता से जुड़े एक बड़े मुद्दे पर ध्यान देती है।
उन्होंने कहा, ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ लोगों की मानसिकता को लेकर एक टिप्पणी है। ग्रामीण भारत में लोग सोचते हैं कि अगर उनके घर में रसोईघर या मंदिर है तो वहां शौचालय नहीं हो सकता। यह एक बड़ा पाखंड है। उन्होंने आगे कहा, “आपको महिलाओं के खुले में शौच करने से फर्क नहीं पड़ता लेकिन घर में मंदिर और रसोईघर होने के कारण वहां शौचालय नहीं होगा।“ श्री नारायण सिंह के निर्देशन में बनी यह फिल्म 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।
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