विद्या बालन की फिल्म शकुंतला देवी देखने से पहले देखिए 'संजू', 'नीरजा' समेत ये 5 शानदार बायोपिक्स
शकुंतला देवी को ह्यूमन कंप्यूटर इसलिए कहा जाता था क्योंकि वो कठिन से कठिन गणना कुछ सेकंड्स मे कर लेती थीं।
अमेजन प्राइम पर 31 जुलाई को विद्या बालन की फिल्म 'शुकंतला देवी' रिलीज होगी। यह ह्यूमन कंप्यूटर के नाम से मशहूर शकुंतला देवी की बायोपिक है। गणितज्ञ शकुंतला देवी को ह्यूमन कंप्यूटर इसलिए कहा जाता था क्योंकि वो कठिन से कठिन गणना कुछ सेकंड्स मे कर लेती थीं। 31 जुलाई में तो अभी वक्त है, उससे पहले आपको ये कुछ मनोरंजक बायोपिक है जो जरूर देखनी चाहिए।
सरबजीत (2016):
ओमंग कुमार द्वारा निर्देशित, सरबजीत सिंह भारत-पाकिस्तान सीमा के पास पंजाब में रहने वाले एक किसान के बारे में है, वो गलती से सीमा पार चला जाता है, उसे भारतीय जासूस मानकर मृत्युदंड की सजा दी गई। सरबजीत अमेज़न प्राइम वीडियो पर देखी जा सकती है। इस फिल्म में ऐश्वर्या राय बच्चन और रणदीप हुड्डा ने लीड रोल निभाया था।
गोल्ड (2018):
रीमा कागती द्वारा निर्देशित, गोल्ड एक आदमी तपन दास की यात्रा दिखाती है जिसने भारत को स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में अपना पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यह देशभक्ति का एक आदर्श उदाहरण है जो साथी नागरिकों के बीच स्वतंत्रता और गौरव को प्रज्वलित करता है। अमेज़न प्राइम वीडियो पर गोल्ड भी उपलब्ध है। अक्षय कुमार ने इस फिल्म में तपन दास का रोल प्ले किया था।
संजू (2018):
संजू अभिनेता संजय दत्त के विवादास्पद जीवन की बायोपिक है, उनका फिल्मी करियर, जेल की सजा और व्यक्तिगत जीवन की झलक आपको संजू में मिलेगी। रणबीर कपूर ने संजय दत्त का रोल इस फिल्म में निभाया था, जिसके लिए उन्हें खूब तारीफें भी मिली।
मैरी कॉम (2014):
मैरी कॉम में भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम के जीवन दिखाया गया है, जो अपने सपनों को पूरा करने से पहले कई कठिनाइयों से गुजरी। मैरी कॉम मणिपुर की रहने वाली एक ओलंपिक मुक्केबाज हैं। वह 2014 में दक्षिण कोरिया के इंचियोन में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक पाने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज़ बनीं और 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज़ हैं। यह फिल्म आपको प्रेरित करने के लिए निश्चित है। प्रियंका चोपड़ा ने मैरी कॉम का रोल निभाया है।
नीरजा (2016):
नीरजा एक साहसी नीरजा भनोट की कहानी है, जो फ्लाइट अटेंडेंट थीं। नीरजा ने 1986 में पैन एम फ्लाइट 73 में 359 यात्रियों की जान की रक्षा करते हुए अपनी जान दे दी थी। इस फ्लाइट को एक आतंकवादी संगठन ने हाइजैक कर लिया था। यह फिल्म भी आपको जरूर देखनी चाहिए।