'बधाई हो' की तीसरी एनिवर्सरी पर बोले आयुष्मान खुराना, लेट प्रेग्नेंसी पर शुरू हुई चर्चा
'बधाई हो' की रिलीज़ के तीन साल पूरे होने के मौके पर आयुष्मान ने बताया कि वह समाज पर इस फ़िल्म के पॉजिटिव इम्पैक्ट से काफी खुश हैं।
बॉलीवुड के युवा स्टार, आयुष्मान खुराना को उनकी प्रोग्रेसिव और मनोरंजन से भरपूर फ़िल्मों की वजह से भारत में 'कंटेंट सिनेमा का पोस्टर बॉय' कहा जाता है, जो अपनी फ़िल्मों के जरिए समाज की भलाई से जुड़े मुद्दों को लोगों तक पहुंचाने में कामयाब रहे हैं। अपनी ब्लॉकबस्टर फैमिली एंटरटेनर, 'बधाई हो' की रिलीज़ के तीन साल पूरे होने के मौके पर आयुष्मान ने बताया कि वह समाज पर इस फ़िल्म के पॉजिटिव इम्पैक्ट से काफी खुश हैं।
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बैक-टू-बैक आठ हिट फ़िल्में देने वाले आयुष्मान कहते हैं, “मेरी ज़्यादातर फ़िल्में परिवारों के लिए होती हैं, कि परिवार के लोग एक साथ आएं और फ़िल्म से जुड़ें। हमारी कोशिश होती है कि दर्शकों का भरपूर मनोरंजन हो और फ़िल्म का मैसेज उन तक पहुंच सके। ख़ुशकिस्मती से मुझे अब तक बिल्कुल नई और अनोखी स्क्रिप्ट पर काम करने का मौका मिला है, साथ ही ये फ़िल्में परिवार के हर उम्र के दर्शकों के लिए उतनी ही मनोरंजक हैं।”
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उन्होंने आगे कहा, "मेरे लिए तो फ़िल्म 'बधाई हो' हर कसौटी पर खरी उतरती है और मेरी ख़ुशकिस्मती है कि इस फ़िल्म ने भारत में लेट प्रेगनेंसी जैसे अहम मुद्दे को लोगों के बीच चर्चा का विषय बनाया। इस तरह की बातों पर हम उसी तरह से रिएक्ट करते हैं, जैसा कि हमारी सोसाइटी ने हमें सिखाया है।"
टाइम मैगज़ीन ने आयुष्मान को समाज पर असर डालने वाले उनकी फ़िल्मों के लिए दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक माना है। वे आगे कहते हैं, “इस फ़िल्म के जरिए हम लोगों को यह दिखाना चाहते थे कि असल में यह उतनी बड़ी बात नहीं है, जितना हम मानते हैं। हम चाहते थे कि लोग इस मुद्दे से जुड़ी सारी बातों को अच्छी तरह समझें। हम लोगों को बताना चाहते थे कि इसे टैबू की तरह नहीं देखा जाना चाहिए। मेरे लिए तो यही बात 'बधाई हो' की सबसे बड़ी कामयाबी थी। मेरी आने वाली फ़िल्म 'चंडीगढ़ करे आशिकी' भी इसी श्रेणी में आती है, और निश्चित तौर पर यह फ़िल्म पूरे परिवार का मनोरंजन करने वाली है।"
इस मौके पर आयुष्मान को राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता और दिग्गज अदाकारा, दिवंगत सुरेखा सीकरी की कमी महसूस हो रही है।
उनको याद करते हुए वे कहते हैं, मैं ख़ुशकिस्मत हूं कि मुझे इस फ़िल्म में स्वर्गीय सुरेखा सीकरीजी जैसी शानदार कलाकार के साथ काम करने का मौका मिला। एक इंसान के रूप में वह काफी विनम्र स्वभाव वाली थीं और उनके विचारों में गंभीरता थी। सेट पर उनके साथ काम करते हुए मैंने भी जिंदगी के कई अहम सबक सीखे। मैं उनको काफी मिस करता हूं और मुझे यकीन है कि इंडस्ट्री भी उन्हें बहुत मिस करती है।"