आर्यन ड्रग्स केस में शाहरुख खान का ये संयम चौंकाता है, जैकी चेन याद हैं आपको?
शाहरुख इस केस के दौरान एक पिता के रूप में घर में भले ही बेबस रहे लेकिन एक जिम्मेदार सेलिब्रिटी होने का उन्होंने बखूबी परिचय दिया। उन्होंने कहीं ये नहीं दिखाने की कोशिश की कि आर्यन सही हैं।
ड्रग्स केस में गिरफ्तार आर्यन खान पिछले 18 दिन से जेल में बंद हैं और उनके पिता सुपरस्टार शाहरुख खान इतने उतार-चढ़ाव भरे दिनों में पहली बार अपने बेटे से रूबरू हुए। मौका था ऑर्थर रोड जेल में बंद कैदियों और उनके परिजनों की मुलाकात का। शाहरुख और आर्यन एक बैरक में कांच की दीवार के आर पार मिले। इतने दिनों बाद पिता को रूबरू देखकर, आर्यन इमोशनल हो गए वहीं शाहरुख ने अपनी भावनाओं पर जबरदस्त कंट्रोल रखा। वो कतई इमोशनल नहीं दिखे, बल्कि गंभीर बने रहे। 15 मिनट की इस मुलाकात ने शाहरुख खान ने जहां बेटे को ढांढस बंधाया वहीं सेलिब्रिटी की दुनिया के बारे में ऊटपटांग सोचने वाले एक वर्ग को अनकहा संदेश भी दे डाला।
शाहरुख खान और उनके पूरे परिवार के लिए बीते 18 दिन बहुत ही मुश्किलों से भरे रहे। फिल्म की स्क्रीन पर किंग,बादशाह, बाजीगर बनकर चमकने वाला एक सितारा अपने बेटे के किसी मामले में फंसने पर असल जिंदगी में कुछ करिश्मा करने की जिद नहीं पालता। फिल्म की स्क्रीन पर भले ही शाहरुख अपने चाहने वालों को पल भर में ही मुश्किलों से निकाल लेते हैं लेकिन वो जानते हैं कि असल दुनिया में ऐसा नहीं होता। पर्दे का बादशाह असल जिंदगी में कितना संयमी है, ये आज की मुलाकात ने साबित कर दिया।
यूं एक पिता होने के नाते शाहरुख खान को आर्यन केस में जो करना चाहिए था, उन्होंने उसे किया लेकिन बतौर एक पावरफुल शख्स एक सुपरस्टार के तौर पर वो चाहते तो और भी कुछ कर सकते थे। वो अपने बेटे से मिल सकते थे, प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपना पक्ष रख सकते थे, उनके एक इशारे पर उनके फैंस और समर्थक नारेबाजी भी कर सकते हैं, जैसा कि इंडिया में हार्डकोर फैंस कर गुजरते हैं।
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लेकिन शाहरुख खान के समय और समझदारी की यहां दाद देने की जरूरत है। गौरी जरूर पब्लिक एपीरिएंस में एक बार रोती नजर आई लेकिन शाहरुख ना तो पब्लिकली रोते नजर आए और ना ही अपने बेटे के पक्ष में कुछ करते। उनके वकीलों ने कोशिश की, नाकाम रही, शाहरुख इस रिएक्ट करते नजर नहीं आए और उन्होंने बेहद धैर्य का परिचय दिया।
शाहरुख इस केस के दौरान एक पिता के रूप में घर में भले ही बेबस रहे लेकिन एक जिम्मेदार सेलिब्रिटी होने का उन्होंने बखूबी परिचय दिया। उन्होंने कहीं ये नहीं दिखाने की कोशिश की कि आर्यन सही हैं। सेलेब्रिटी वही है जिसे देखकर फैंस कुछ सीखें, अगर बाप के तौर पर शाहरुख इस मामले में कमजोर दिखते तो जाहिर तौर पर सेलिब्रिटी होने का उनका दायित्व कहीं कमतर पड़ जाता।
ना वो अदालती सुनवाइयों में दिखे और ना ही मीडिया में। अब जब कोरोना पाबंदियां हटने के बाद जेल के कैदियों को परिजनों से मिलने का मौका मिला तो शाहरुख एक आम इंसान की तरह अपने बेटे से मिलने पहुंचे। अपने स्टारडम और रसूख का फायदा न उठाकर शाहरुख ने साबित किया है कि फैंस अगर उन्हें एक जिम्मेदार सेलिब्रिटी मानते हैं तो वह उनका भरोसा नहीं तोड़ेंगे।
आपको फरदीन खान ड्रग्स केस शायद याद न हो, नामचीन अभिनेता फिरोज खान के बेटे फरदीन 2001 जुहू से कोकीन खरीदते हुए गिरफ्तार हुए थे। एनडीपीएस कोर्ट ने फरदीन खान को जेल की सजा भी सुनाई और नशा मुक्ति केंद्र में भी जाने को कहा। जितने दिन फरदीन जेल में रहे, उतने दिन में फिरोज खान एक बार भी उनसे मिलने नहीं गए।
फिरोज खान ने बेटा होने के कारण फरदीन के गलत काम का साथ नहीं दिया और यही वजह रही कि आत्मग्लानि में फरदीन खान ने डिटॉक्सिफिकेशन कोर्स करके नशे की लत को हमेशा के लिए छोड़ दिया। कुछ समय बाद जब एनडीपीएस की अदालत ने नशे की लत छोड़ चुके फरदीन खान को इस मामले में बरी किया तो फिरोज साहब का इंतकाल हो चुका था।
हॉलीवुड में शानदार स्टंट के लिए मशहूर जैकी चेन को भला कौन नहीं जानता। उनके बेटे जेसी चेन को चीन की अदालत ने ड्रग्स सेवन मामले में छह माह की सजा सुनाई थी। तब जैकी ने एक संयमशील और ईमानदार सेलेब होने का सबूत देते हुए अपने बेटे के इस कृत्य पर सबसे माफी मांगी थी। इतना ही नहीं जैकी ने जैसी के लिए वकील भी नहीं किया था।