Aryan Khan Drugs Case: गवाह विजय पगारे का बड़ा दावा, बोले- 'आर्यन खान को जान बूझकर फंसाया गया'
आर्यन खान मुंबई ड्रग्स क्रूज मामले में फिलहाल जमानत पर हैं। इस पूरे मामले में विजय पगारे सामने आए हैं। इनका दावा है कि इस केस में आर्यन खान को जान बूझकर फंसाया गया है।
आर्यन खान ड्रग्स केस मामले में एक नया मोड़ आ गया है। विजय पगारे नाम के शख्स ने दावा किया किया है आर्यन को इस केस में जान बूझकर फंसाया गया है। ये पूरी तरह से उगाही का मामला है। इंडिया टीवी ने आर्यन खान ड्रग्स केस मामले में खुद को चश्मदीद गवाह बताने वाले विजय पगारे से एक्सक्लूसिव बातचीत की। इस दौरान विजय पगारे ने इस पूरे केस से जुड़े कई खुलासे किए।
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इंडिया टीवी से बात करते हुए विजय पगारे ने कहा कि मैंने सुनील पाटिल, मनीष भानुशाली और केपी गोसावी तीनों को एक साथ देखा था। उन्होंने कहा- '5-6 महीने से मैं सुनील पाटिल जी के साथ था। उनके साथ रहने का मकसद था कि मुझे उनसे अपना पैसा लेना था। मैंने 27 सितंबर को देखा कि भानुशाली, किरण गोसावी होटल गए थे। वहां देखा कि मनीष भानुशाली वासी में स्थित होटल फॉर्चून में एक लड़की लेकर आए थे। होटल में कमरा मेरे नाम से बुक था। उसमें करीब ये लोग 2-3 घंटे तक रुके थे। फिर हमारे कमरे में आया। इसके बाद सुनील पाटिल को किस करते हुए बोला कि बहुत बड़ा गेम हो गया। चलो अब अहमदाबाद निकलना है। अब 2-3 दिन में नाना ( विजय पगारे) के पैसे दे देंगे। अब इसे साथ में नहीं लाना है। ये बोलकर वो लोग अहमदाबाद चले गए।'
विजय पगारे ने आगे कहा- 'इसके बाद 3 तारीख को मनीष भानुशाली मेरे रूम पर आया और बोला कि बहुत बड़ा गेम हो गया, तेरा पैसा 3-4 दिन में मिल जाएगा। चलो मुंबई में। जब मेरी गाड़ी भानुशाली बैठा तो फोन पर बोल रहा था 18 करोड़ में हुआ, केपी का फोन नहीं लग रहा वो 50 लाख लेकर भाग गया, आखिर बात है क्या? इस तरह वो कई भाषा में बात कर रहा था।'
'वो मुझे ये कहकर अपने साथ मुंबई लेकर गए कि तुम्हारा पैसा वहीं पर मिलेगा। इसके बाद एनसीबी ऑफिस के पास गाड़ी रोक दी। मैं नीचे उतरा तो देखा एनसीबी ऑफिस के बाहर बहुत भीड़ लगी थी। जब मैंने मीडिया से पूछा तो पता चला कि ड्रग्स केस मामले में आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया है। फिर मुझे लगा कि जो मेरी गाड़ी में बात चल रही थी यही सही है। 11-11:30 बजे तक सुनील भाऊ का फोन आया मनीष भानुशाली के फोन पर। उसने पूछा कौन-कौन है? उसने कहा नाना (विजय पगारे) भी है। फिर उसने मुझे फोन दिया। इसके बाद मुझे फोन पर सुनाया और कहा कि तू वहां पर क्यों गया। इस तरह से मुझे वहां से भगा दिया इन लोगों ने।'
'सुनील पाटिल ने मुझे खुलकर बोला कि 18 करोड़ की डील हो गई थी। एक बार नहीं दो-तीन बार बोला क्योंकि मैं उनके साथ लगातार था। सुनील पाटिल ने कहा कि एक सेल्फी की वजह से 18 करोड़ की डील मर गई। जब डील कैंसिल हुई तो हवाला से ही पैसे वापस किए गए थे। केपी 50 लाख लेकर भाग गया था। उसके बाद सुनील पाटिल को सैम डिसूजा के लगातार फोन आ रहे थे। सैम डिसूजा बोलता था कि वो पैसे वापस करो वरना बहुत बड़ा गेम हो जाएगा। फिर उसने 38 लाख रुपये वापस किए और 1 दिन बाद 4 लाख रुपये वापस किए सैम डिसूजा को।'
विजय पगारे ने कहा- 'मैंने कभी भी बातचीत में पहले सीधे आर्यन खान का नाम नहीं सुना। लेकिन 3 और 4 तारीख को आर्यन खान का नाम सुना। ये पूरा मामला बनाया गया है और आर्यन खान को जान बूझकर फंसाया गया है। अगर पुलिस बुलाएगी तो मैंने उन्हें ये सब बताऊंगा।'