जवानी में ऐसी दिखती थी 'बधाई हो' की दादी सुरेखा सीकरी, तीसरी बार जीता है राष्ट्रीय पुरस्कार
बधाई हो फिल्म की दादी यानी सुरेखा सीकरी ने तीसरी बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है। उनसे जुड़ी बातें जानिए।
राष्ट्रीय पुरस्कारों National film Awards की घोषणा हो चुकी है और फिल्म बधाई हो Badhaai ho में मस्त मलंग और चुलबुली दादी का किरदार निभाने वाली सुरेखा सीकरी को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर की पुरस्कार मिला है। टीवी के पॉपुलर शो बालिका वधू में दादी सा बनकर फेमस हुई सुरेखा सीकरी ने यूं तो कई टीसी सीरियलों और फिल्मों में काम किया है लेकिन बधाई हो फिल्म से उन्हें घर घर में दादी के रूप में पहचाना जाने लगा।
यह पहला मौका नहीं है जब सुरेखा को उनकी बेहतरीन अदाकारी के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। सुरेखा इससे पहले तमस (1988) और मम्मो (1995 )फिल्म के लिए बेस्ट सवोर्टिंग एक्ट्रेस का राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी हैं। बधाई हो में दादी के किरदार के सुरेखा ने तीसरी बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जैसा प्रतिष्ठित पुरस्कार जीता है।
इसके अलावा भी सुरेखा, संगीत नाटक अकादमी, स्क्रीन प्ले, फिल्म फेयर जैसे पुरस्कार जीत चुकी हैं।
सुरेखा सीकरी को थिएटर से बहुत प्यार था और उन्होंने कई सालों तक लगातार थिएटर किया। उनकी पहली फिल्म 1978 में आई। फिल्म का नाम था किस्सा कुर्सी का।
उत्तर प्रदेश में पैदा हुई सुरेखा सीकरी का बचपन नेनीताल में बीता और उनकी पढ़ाई अलीगढ़ मुस्लिम विवि में हुई। उन्होंने नेशनल फिल्म ऑफ ड्रामा से स्नातक किया।
उनके पिता एयरफोर्स में थे और मां टीचर थी। सुरेखा ने हेमंत रेगे से विवाह किया और उनका एक बेटा राहुल सीकरी है। अभिनेता नसीरुद्दीन शाह की पहली पत्नी मनारा सीकरी सुरेखा सीकरी की बहन थी। इस लिहाज से मनारा और नसीर की बेटी हीबा शाह सुरेखा सीकरी की भांजी लगती हैं।