बरगाड़ी केस: अक्षय कुमार से आज चंडीगढ़ में पूछताछ करेगी पंजाब एसआईटी
अक्षय कुमार से आज पंजाब एसआईटी बरगाड़ी केस को लेकर पूछताछ करेगी।
मुंबई: बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार इस समय कानूनी विवादों में फंस चुके हैं। पंजाब के बरगाड़ी में हुई घटनाएं अक्षय को प्रभावित कर सकती हैं। इस घटना की वजह से आज पंजाब एसआईटी अक्षय कुमार से पूछताछ करेगी। अक्षय कुमार पर 2015 में बरगाड़ी में बेअदबी घटनाओं के दौरान डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को माफी दिलवाने के लिए बिचौलिये का काम करने के आरोप लगे थे।
गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और उसके बाद 2015 में प्रदर्शनकारियों पर की गई फायरिंग की जांच कर रहा पंजाब पुलिस का एक विशेष जांच दल (एसआईटी) आज बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार से उस मामले को लेकर पूछताछ करेगा, जिसमें अभिनेता ने विवादास्पद संत गुरमीत राम रहीम और पंजाब के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के बीच एक कथित सौदे में मध्यस्थता की थी।
पंजाब पुलिस के सूत्रों ने बताया कि कुमार ने गुजारिश की थी कि उन्हें एसआईटी के अधिकारियों से अमृतसर के बजाए चंडीगढ़ में मिलने की इजाजत दी जाए, जहां उन्हें मूल रूप से समन जारी किया गया था।
अक्षय कुमार से सुखबीर बादल और विवादास्पद संत के बीच सौदा करने में उनकी कथित भूमिका के बारे में पूछताछ की जाएगी, जिसे 2015 में मुंबई में राम रहीम की फिल्म की रिलीज के कुछ ही पहले कराया गया था। संत को बाद में दुष्कर्म के अपराध में 20 साल जेल की सजा सुनाई गई।
अक्षय कुमार ने ऐसी किसी भी बैठक की व्यवस्था करने करवाने में अपनी भूमिका से इनकार किया है। वहीं, बादल ने मंगलवार को कहा कि वह पंजाब के बाहर अक्षय कुमार से कभी नहीं मिले थे। बादल ने कहा, "मैंने कभी पंजाब के बाहर अक्षय कुमार से मुलाकात नहीं की है।"
सोमवार को पंजाब पुलिस मुख्यालय में एसआईटी ने सुखबीर बादल से पूछताछ की थी। उन्होंने पूछताछ को शर्मनाक करार देते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की अगुवाई में पंजाब में कांग्रेस सरकार राजनीतिक बदले की कार्रवाई कर रही है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से 16 नवंबर को एसआईटी द्वारा पूछताछ की गई थी, जिसकी अगुवाई अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक (एडीजीपी) प्रमोद कुमार और महानिरीक्षक कुंवर विजय प्रताप ने की थी।
सीनियर बादल ने कहा कि उन्होंने एसआईटी से कहा कि उन्होंने 2015 के अक्टूबर में बेअदबी की घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सिख प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने का आदेश नहीं दिया था। तो वहीं मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पहले कहा था कि बादल और अभिनेता अक्षय कुमार को सम्मन जारी करने में उनकी सरकार की कोई भूमिका नहीं है।
गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामलों की जांच के लिए इस साल सितंबर में अमरिंदर सरकार द्वारा एसआईटी का गठन किया गया था। 2015 में फरीदकोट जिले के कोटकपुरा कस्बे के पास बेहबल कलां गांव में पुलिस की गोलीबारी में दो प्रदर्शनकरियों की मौत हो गई थी।
(इनपुट-आईएएनएस)
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