इस मामले में स्कूल गर्ल जैसी हैं ऐश्वर्या राय बच्चन
बेटी आराध्या के जन्म के पांच साल बाद 2015 में ऐश्वर्या ने फिल्म 'जज्बा' से फिर वापसी की।
मुंबई: अभिनेत्री व पूर्व विश्व सुंदरी ऐश्वर्य राय बच्चन का मानना है कि करियर संबंधी काम के चयन के मामले में वह स्कूली लड़की की तरह रही हैं और उन्हें लगता है कि उनके अंदर और ज्यादा परियोजनाएं करने का उत्साह होना चाहिए। ऐश्वर्य ने कान्स से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए मीडिया के एक समूह को बताया, "मुझे लगता है कि काम के चयन के मामले में मैं काफी हद तक स्कूली लड़की की तरह थी..मैं तय कार्यक्रम के हिसाब से काम करने में अच्छी थी और इसके चलते मुझे कुछ बेहतरीन फिल्में और मौके मिले..क्योंकि मैं अपने तय कार्यक्रम व योजना के प्रति ईमानदार थी। अब जब मैं पीछे मुड़कर सोचती हूं तो मुझे लगता है कि मेरे अंदर और ज्यादा फिल्में करने की चाहत होनी चाहिए थी और इसके हिसाब से योजनाएं बनानी थी, क्योंकि मैंने कई सहयोगियों को सालों से काम करते देखा है।"
अभिनेत्री को हालांकि, इसका कोई मलाल नहीं है। उन्होंने कहा, "दुनिया की आबादी देखिए, बताने के लिए कई कहानियां हैं। करने के लिए पर्याप्त फिल्में और काम हैं।"
मणिरत्नम की फिल्म 'इरुवर' से अभिनय क्षेत्र में कदम रखने वाली ऐश्वर्य ने भारत के कई जाने-माने फिल्मकारों जैसे संजय लीला भंसाली (हम दिल दे चुके सनम, देवदास और गुजारिश), आशुतोष गोवारिकर (जोधा अकबर), रितुपर्णो घोष (चोखेर बाली और रेनकोट) के साथ काम किया है। बेटी आराध्या के जन्म के पांच साल बाद 2015 में उन्होंने फिल्म 'जज्बा' से फिर वापसी की।