'गैंग्स ऑफ वासेपुर' हो या 'शूल' बॉलीवुड ने बिहार को क्राइम राज्य बनाकर ही क्यों परोसी फिल्में...
आज हम आपको कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बिहार क्राइम पर बेस्ड हैं।
मुंबई: इस साल बॉलीवुड में सुपर 30 और जबरिया जोड़ी जैसी दो ऐसी फिल्में आ रही हैं जिनका बैकग्राउंड बिहार पर बेस्ड है। दोनों ही फिल्में बिहार के अलग-अलग फ्लैवर को प्रस्तुत करेंगी। ऋतिक रोशन की फिल्म 'सुपर 30' में बिहार के युवाओं में पढ़ाई को लेकर ललक दिखाई जाएगी तो वहीं सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीति चोपड़ा की फिल्म 'जबरिया जोड़ी' में बिहार के उन लड़कों की कहानी दिखाई जाएगी जो जबरन दूसरों को पकड़कर पकड़वा विवाह करा देते हैं। इन दोनों फिल्मों का तो आप लुत्फ लेंगे ही, आज हम आपको कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बिहार के बैकग्राउंड पर इससे पहले भी बन चुकी हैं, आप गौर करेंगे तो इनमें से ज्यादातर फिल्में बिहार के क्राइम पर ही आधारित रही हैं।
बिहार बैकग्राउंड पर बनीं बॉलीवुड फिल्में
आज हम आपको उन फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बिहार के क्राइम को लेकर बनाई गई हैं।
गंगाजल
अजय देवगन की फिल्म 'गंगाजल' हम कैसे भूल सकते हैं, ये फिल्म भी बिहार के बैकग्राउंड पर आधारित थी। इस फिल्म की शुरुआत में ही अजय देवगन एसपी अमित कुमार के में क्राइम रेट कम करने के उद्देश्य से बिहार के तेजपुर जिले का पदभार संभालते हैं। यहां उनका सामना तमाम भ्रष्ट लोगों से होता है जिसे वो सबक सिखाते हैं।
अपहरण
अपहरण साल 2005 में बनी अपराध-ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन प्रकाश झा ने किया था। अजय देवगन, नाना पाटेकर और बिपाशा बसु की यह फिल्म आदर्शवादी पिता और महत्वाकांक्षी बेटे के बीच टकराव पर आधारित है। इस फिल्म का बैकग्राउंड भी बिहार क्राइम पर बेस्ड है।
शूल
रामगोपाल वर्मा ने साल 1999 में क्राइम ड्रामा फिल्म 'शूल' बनाई थी। यह फिल्म बिहार की राजनीति और क्राईम पर बेस्ड थी। इस फिल्म में मनोज बाजपेयी अहम किरदार में नजर आए थे। इस फिल्म में शिल्पा शेट्टी का एक आइटम नंबर भी था जो बहुत फेमस हुआ, वो गाना है 'मैं आई हूं यूपी बिहार लूटने'
मृत्यदंड
मृत्युदंड साल 1997 में बनी फिल्म है जिसका निर्देशन और निर्माण प्रकाश झा ने किया है। यह फिल्म बिहार के गांव पर आधारित है, इस फिल्म में माधुरी दीक्षित, शबाना आज़मी, अयूब खान, शिल्पा शिरोडकर और ओम पुरी मुख्य भूमिकाओं में हैं। इस फिल्म में तीन बहादुर महिलाएँ, अपने जीवन में अत्याचारी पुरुषों और उनकी दमनकारी नीतियों के खिलाफ़ लड़ती हैं।
गैंग्स ऑफ वासेपुर
अनुराग कश्यप की फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' भी बिहार के बैकग्राउंड पर आधारित फिल्म है। झारखंड (तत्कालीन बिहार) के धनबाद में फैले कोल माफिया के इर्द-गिर्द घूमती ये फ़िल्म दो परिवारों की खानदानी दुश्मनी को शानदार तरीके से दिखाती है। इस फिल्म में मनोज बाजपेयी, पंकज त्रिपाठी, हुमा कुरैशी, नवाजुद्दीन सिद्दीकी (पार्ट 2) जैसे कई बड़े सितारों ने काम किया है।
यहां आप गौर करेंगे तो आप समझेंगे कि ये फिल्में ज्यादातर बिहार के क्राइम पर आधारित रही हैं। हालांकि इस साल रिलीज होने वाली फिल्म ऋतिक रोशन की सुपर 30 बिहार का अलग फ्लेवर दिखाने वाली है, लेकिन सिद्धार्थ मल्होत्रा की जबरिया जोड़ी भी बिहार के पकड़वा विवाह जैसे क्राइम पर ही बेस्ड है। हालांकि इस फिल्म का जॉनर कॉमेडी है।
इन फिल्मों के अलावा दामूल, दो बीघा जमीन जैसी फिल्मों ने भी बिहार के अलग-अलग क्राइम को दर्शाया है।
ऐसा नहीं है कि बॉलीवुड ने सिर्फ बिहार के क्राइम को ही मुद्दा बनाकर फिल्में बनाई हैं। कुछ फिल्में ऐसी भी हैं जहां बॉलीवुड ने बिहार का अलग रूप दिखाया। इसमें मांझी, हाफ गर्लफ्रेंड इत्यादि फिल्में शामिल हैं।
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