आमिर खान की 'लगान' के 20 साल: 10 ऐसी बातें जो आप इस टाइमलेस क्लासिक के बारे में नहीं जानते होंगे
बीस साल पहले, इस दिन आमिर खान की प्रसिद्ध और यादगार स्पोर्ट्स एपिक 'लगान' को रिलीज़ किया गया था, एक ऐतिहासिक फिल्म जिसने मेनस्ट्रीम हिंदी सिनेमा का चेहरा बदल दिया है।
बीस साल पहले, इस दिन आमिर खान की प्रसिद्ध और यादगार स्पोर्ट्स एपिक 'लगान' को रिलीज़ किया गया था, एक ऐतिहासिक फिल्म जिसने मेनस्ट्रीम हिंदी सिनेमा का चेहरा बदल दिया है। दिग्गज ए.आर. रहमान द्वारा रचित भावपूर्ण साउंडट्रैक, आशुतोष गोवारिकर का विस्तृत सेट और आमिर खान व सभी कलाकारों की शानदार परफॉर्मेंस आज भी हमारे जहन में तरोताज़ा है।
एक टाइमलेस क्लासिक, जिसने खूबसूरती से हमारे दिलों में अपनी जगह बना ली है, बहुत सारे उतार-चढ़ाव से गुजरी, लेकिन अंत में सभी पर जीत हासिल करते हुए आज भी टॉप पर है जिसका जश्न अब तक मनाया जाता है। इस सामान्य ज्ञान में से अधिकांश, अभी भी आम आदमी के लिए अज्ञात है और आइए इन पर एक नज़र डालते हैं।
1. कहानी के प्रति और अपने कैरेक्टर्स के प्रति अपनेपन की भावना को प्रेरित करने के लिए, सभी कलाकार आपस में बातचीत के दौरान एक-दूसरे को उनके स्क्रीन नामों से संबोधित किया करते थे।
2. सेट को अनुशासित रखने के लिए सभी कलाकारों को सुबह 5 बजे रिपोर्ट करने को कहा गया था नहीं तो उन्हें होटल में ही छोड़ दिया जाएगा। आमिर सहित कलाकार अपने होटल से हर रोज सुबह 4:30 बजे एक बस में सवार हो कर निकल जाया करते थे जो उन्हें लोकेशन पर ले जाती थी।
3. वर्ष 1998 में, निर्देशक आशुतोष गोवारिकर ने लगान की पटकथा पर काम किया, जबकि वह टेली सीरीज़ सीआईडी के सेट पर अपने शॉट्स के बीच में थे, जिसमें उन्होंने अभिनय किया था। सीआईडी के सेट पर ही उन्होंने यशपाल शर्मा को देखा था जहाँ उनका काम पसंद आया और फिर उन्हें फिल्म में कास्ट कर लिया।
4. लगान के ज्यादातर ऑडिशन मुंबई में आमिर खान के घर पर हुए थे।
5. लगान के नाम फिल्म में सबसे ज्यादा ब्रिटिश कलाकारों को कास्ट करने का रिकॉर्ड है। लंदन में प्रमुख ब्रिटिश अभिनेता, राचेल शेली (एलिजाबेथ) और पॉल ब्लैकथॉर्न (कप्तान रसेल) के लिए एक हिंदी ट्यूटर को काम पर रखा गया था ताकि वे अपनी लाइनें सीख सकें। इस प्रक्रिया में करीब 6 महीने का वक़्त लग गया था।
6. जब अमीन हाजी क्रिकेट मैच देखने गए, तो वीरेंद्र सहवाग, सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर ने उन्हें उनके कैरेक्टर नाम 'बाघा' के रूप में संबोधित किया था।
7. आमिर खान और राज जुत्शी को अपने किरदार की तरह दिखने के लिए कुछ दिनों तक सन-बाथ लेना पड़ा था।
8. चलो चलो गाने की शूटिंग के दौरान, आमिर ने कहा कि फिल्म के सेट पर कोई छाता या शेड नहीं लगाया जाएगा और सभी को स्क्रीन पर प्रामाणिक दिखने के लिए, 50 डिग्री के धधकते तापमान में, शूट करने का सुझाव दिया।
9. लगान सिंक साउंड का उपयोग करके शूट की जाने वाली पहली हिंदी फिल्म बन गई, जिसका अर्थ है कि शूट के दौरान ही डायलॉग और साउंड को लाइव रिकॉर्ड किया गया था। उस समय की अधिकांश भारतीय फिल्मों को स्टूडियो में डब किया जाता था। लगान के साथ ही कॉल टाइम के कांसेप्ट ने गति पकड़नी शुरू की थी।
10. आशुतोष गोवारिकर ने यह सुनिश्चित किया कि, उन्होंने ऐसे अभिनेताओं को कास्ट किया जिनकी बिल्कुल कोई क्रिकेट पृष्ठभूमि नहीं थी और उन्होंने पहले कभी यह खेल नहीं खेला हो। ताकि वे स्क्रीन पर गेम सीखते हुए असली दिखें। आमिर और राज जुत्शी ही केवल इसमें एक्सेप्शन थे। आशुतोष ने अभिनेताओं को फिल्म के सेट पर खेल की प्रैक्टिस करवाई थी।
11. आशुतोष ने मुकेश ऋषि को फिल्म में लेने की योजना बनाई थी लेकिन उनकी तारीखें उपलब्ध नहीं थीं। तभी उन्होंने लगान में देवा का किरदार निभाने के लिए प्रदीप सिंह को अप्रोच किया था।
12. 'लगान' सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म श्रेणी में ऑस्कर की शॉर्ट लिस्ट सूची में जगह बनाने वाली तीसरी बॉलीवुड फिल्म बन गई थी। इससे पहले मदर इंडिया (1957) और सलाम बॉम्बे! (1988) ने एलाइट क्लब में जगह बनाई थी।
'लगान' के साथ आमिर खान प्रोडक्शंस की शुरुआत की गयी थी और इस बैनर के तले बनने वाली यह पहली फिल्म थी। यह प्रोडक्शन हाउस बॉलीवुड को तारे ज़मीन पर, दिल्ली बेली और दंगल जैसी कुछ अविश्वसनीय हिट देने के लिए जाना जाता है।