'102 Not Out' Movie Review: कभी गुदगुदाएंगे, तो कभी आपकी आंखें नम भी करेंगे अमिताभ और ऋषि
102 Not Out Movie Review: अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर के अभिनय से सजी फिल्म आज सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म देखने जा रहे हैं तो पहले पढ़ें ये रिव्यू।
नई दिल्ली: बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर के अभिनय से सजी फिल्म '102 नॉट आउट' आज सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म में बिग बी और ऋषि की जोड़ी 21 साल के बाद एक बार फिर से पर्दे पर दिखाई दे रही है। कुछ समय पहले जारी किए गए फिल्म के ट्रेलर के बाद से ही दर्शकों में इस फिल्म के लिए उत्सुकता देखने को मिल रही है। फिल्म की कहानी पिता और बेटे के इर्द गिर्द ही घूमती रहती है। फिल्मकार उमेश शुक्ला के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अमिताभ और ऋषि कपूर के अलावा जिमित त्रिवेदी भी मुख्य किरदार में दिखाई दे रहे हैं।
कहानी:-
इस फिल्म की कहानी 102 साल के पिता दत्तात्रेय वखारिया (अमिताभ बच्चन) और उनके 75 वर्षीय बेटे बाबूलाल वखारिया (ऋषि कपूर) की है। दत्तात्रेय चीन के सबसे ज्यादा 118 साल तक जीने वाले शख्स का रिकॉर्ड तोड़ना चाहते हैं। वह अपनी जिंदगी के हर पल को खूब जिंदादिली के साथ जीते हैं। लेकिन वहीं दूसरी ओर उनका 75 साल की बेटा बाबूलाल अपने बुढ़ापे को स्वीकार कर चुका है, जो बेहद बोरिंग है। एक दत्तात्रेय घर आकर इस बात का ऐलान कर देते हैं कि वह अपने बेटे को वृद्धाश्रम भेज रहे हैं। अब पिता की इस बात को सुनते ही बाबूलाल बहुत परेशान हो जाता है और वह ऐसा न करने के लिए पिता के सामने के सामने निवेदन करता है। ऐसे में पिता दत्तात्रेय उसके सामने अपनी कुछ शर्तें रखते हैं जिन्हें उसे मानना ही पड़ेगा। आखिर क्यों दत्तात्रेय अपने ही बेटे को वृद्धाश्रम भेजना चाहता? दत्तात्रेय ने ऐसी कौन सी शर्ते अपने बेटे के सामने रखी हैं? ऐसे ही कई सवालों के जवाब जानने के लिए आपको सिनेमाघरों का रुख करना होगा।
अभिनय:-
अमिताभ और ऋषि अपनी पिछली कई फिल्मों में साबित कर चुके हैं, वे दोनों ही बेहतरीन कलाकार हैं। एक बार फिर से दोनों ही जोड़ी ने पर्दे पर कमाल कर दिखाया है। एक साधारण सी कहानी और बुजुर्गों के किरदारों को बिग बी और ऋषि कपूर ने बेहद मजेदार ढंग से पर्दे पर उतारा है। जहां एक ओर अमिताभ की कॉमिक टाइमिंग शानदार है, तो वहीं ऋषि कपूर की खडूस अंदाज भी तारीफ के काबिल है।
निर्देशन:-
इस फिल्म की कहानी एक गुजराती नाटक से प्ररित है, जो बेहद सिंपल है। लेकिन फिल्मकार उमेश शुक्ला ने इसमें शानदार इमोशन्स और कॉमेडी का तड़का लगाया है। फिल्म देखकर कुछ जगहों पर आप लोटपोट होकर हंसेंगे तो कहीं आपकी आंखे नम होने लगेंगी।