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Hindi News मनोरंजन भोजपुरी न पवन सिंह न ही निरहुआ, इस स्टार सिंगर के गाने आज भी मचाते हैं तहलका, भोजपुरी इंडस्ट्री को दी कई हिट फिल्में

न पवन सिंह न ही निरहुआ, इस स्टार सिंगर के गाने आज भी मचाते हैं तहलका, भोजपुरी इंडस्ट्री को दी कई हिट फिल्में

भोजपुरी इंडस्ट्री में पवन सिंह से लेकर निरहुआ तक कई सुपरस्टार अपनी दमदार एक्टिंग के अलावा बेहतरीन गानों के लिए भी मशहूर हैं, जिनमें से कुछ दिग्गज गायकों के गाने आज भी लोग सुनना पसंद करते हैं।

Bhojpuri singer Vinay bihari- India TV Hindi Image Source : INSTAGRAM भोजपुरी का स्टार सिंगर

सिंगर से फिल्ममेकर बन भोजपुरी सिनेमा में अपना जलवा दिखा चुके दिग्गज गायक विनय बिहारी का नाम तो हर किसी ने सुना होगा, लेकिन उनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। जी हां, विनय बिहारी जो एक फिल्म निर्देशक, सिंगर, संगीतकार, गीतकार ही नहीं बल्कि राजनेता भी हैं। वह अपनी अविश्वसनीय प्रतिभा के लिए जाने जाते हैं। विनय बिहारी ने अब तक 300 से ज्यादा फिल्मों के लिए गीत लिखे हैं और 50 से अधिक फिल्मों के डायलॉग्स लिख चुके हैं। पवन सिंह और निरहुआ के अलावा भोजपुरी गायक विनय बिहारी के गाने भी  यूट्यूब पर छाए रहते हैं। वह अपने रोमांटिक और भक्ति गीत के लिए लोगों के बीच मशहूर हैं। 

सिंगर ने डायरेक्टर बन मचाया तहलका

पेशे से शिक्षक रहे विनय बिहारी बचपन से ही सिंगिंग और एक्टिंग करना चाहते थे, लेकिन आज वह जिस मुकाम पर है। उसे पाने के लिए उन्हें अपने पिता के खिलाफ जाना पड़ा था। विनय ने भोजपुरी इंडस्ट्री में अपने दम पर अपनी एक अलग पहचान बनाई और आज भी उनका जलवा बरकरार है। वह 'मकैया में राजा जी', 'सईयां जी दिलवा मांगेले', 'गमछा बिछाई के', 'प्यार में नईखी गोरी' जैसे सुपरहिट गानों के लिए आज भी जाने जाते हैं। विनय बिहारी सिर्फ सिंगर बन कर ही नहीं बल्कि कई भोजपुरी फिल्में डायरेक्ट करके भी धमाका कर चुके हैं।

भोजपुरी इंडस्ट्री को दी कई हिट फिल्में

विनय बिहारी एक भारतीय अभिनेता, संगीतकार, निर्देशक और निर्माता हैं जो भोजपुरी फिल्मों में अपने बेहतरीन काम के लिए मशहूर हैं। उन्होंने 'दिल तोहरा प्यार में पागल हो गईल' (2017), 'ससुरा बड़ा पैसावाला 2' (2020), 'जय मेहरारू जय ससुरारी', 'दाग', 'गंगा पुत्र' और 'मुकाबला' जैसी सुपरहिट फिल्में दी है। बता दें कि विनय बिहारी लौरिया से 2010 से 2015 तक विधायक भी रह चुके हैं।

कई अवॉर्ड किए अपने नाम

विनय बिहारी को 2005 में (पंडितजी बताई ना बियाह कब होई) के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रथम बीफा गीतकार पुरस्कार मिला और उसी साल उन्हें (बंधन टूटे ना) के लिए सर्वश्रेष्ठ संवाद पुरस्कार भी मिला। साल 2006 में उन्हें दूसरा बीफा सर्वश्रेष्ठ कहानी पुरस्कार (प्यार के बंधन) के लिए सर्वश्रेष्ठ गीतकार का पुरस्कार मिला। साल 2007 में (कहां जइबा राजा नजरिया लड़े के) के लिए तीसरा बीफा सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार मिला। साल 2009 में (कहां जइबा राजा नजरिया लड़े के) के लिए पांचवां बीफा सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार मिला।