नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजस्थान से कांग्रेस के दिग्गज नेता सीपी जोशी ने राम मंदिर के पक्ष में और भाजपा नेताओं की जात और धर्म पर जो बयान दिया था उसे राहुल गांधी ने पार्टी आदर्शों के विपरीत बताया है और पार्टी नेताओं को ऐसा कोई बयान नहीं देने की सलाह दी है जिससे समाज के किसी वर्ग को दुख पहुंचे। राहुल गांधी ने सीपी जोशी को खेद प्रकट करने की सलाह दी।
राहुल गांधी ने शुक्रवार को अपने ट्वीट संदेश में लिखा कि सीपी जोशी का बयान कांग्रेस पार्टी के आदर्शों के विपरीत है। पार्टी नेता ऐसा कोई भी बयान न दें जिससे समाज के किसी वर्ग को दुख पहुंचे। राहुल गांधी ने आगे लिखा कि कांग्रेस के सिद्धांतों, कार्यकर्ताओं की भावना का आदर करते हुए जोशीजी को जरूर गलती का अहसास होगा, उन्हें अपने बयान पर खेद प्रकट करना चाहिए।
राहुल गांधी के ट्वीट के बाद सीपी जोशी ने भी अपने बयान पर माफी मांग ली है, सीपी जोशी ने अपने ट्वीट संदेश पर लिखा है कि कांग्रेस के सिद्धांतों एवं कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए मेरे कथन से समाज के किसी वर्ग को ठेस पहुंची तो उसके लिए मैं खेद प्रकट करता हूं।
सीपी जोशी ने गुरुवार को एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धर्म और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की जाती पर सवाल उठाया था, उन्होंने कहा था कि उमा भारती की क्या जात है, मालूम है किसी को? इस देश में धर्म के बारे में कोई जानता है तो पंडित जानता है।
इससे पहले भी सीपी जोशी ने एक निजी चैनल के कार्यक्रम में कहा था कि भारतीय जनता पार्टी राम मंदिर का निर्माण नहीं करा सकती, राम मंदिर कांग्रेस ही बनवाएगी, कांग्रेस का प्रधानमंत्री ही राम मंदिर बनवाएगा। उन्होंने कहा था कि 1985 में उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने विवादित परिसर का ताला खुलवाया था जहां राम मंदिर है।