राजस्थान में चुनावी गहमागहमी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागौर जिले में आयोजित रैली में राहुल गांधी पर निशाना साधा। रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि राहुल को मसूर और मूंग में फर्क पता नहीं है, वे क्या किसानों की मुश्किलें समझेंगे। प्रधानमंत्री अब से कुछ देर बाद भरतपुर में भी रैली को संबोधित करेंगे।
रैली के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि धुंआ क्या होता है यह नामदार को नहीं मालूम, लकड़ी का चूल्हा कैसे जलता है नामदार को नहीं पता। मैंने बचपन में अपनी मां को लकड़ी के चूल्हे पर खाना बनाते देखा है, धुंए से आंखों से पानी निकलते देखा है, इसलिए उज्जवला योजना शुरू करने की प्रेरणा मिली। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं न तो अपने परिवार के लिए वोट मांग रहा हूं और न हीं अपनी आने वाली पीढि़यों के लिए। मैं लोगों से विकास के नाम पर वोट देने की मांग कर रहा हूं।
नागौर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा भाजपा की सरकार चाहे केन्द्र में हो या राजस्थान में, हम लोगों का एक ही मंत्र रहता है ‘सबका साथ, सबका विकास’। यह मंत्र ज्योतिबा फूले और बी आर आंबेडकर की प्रेरणा से मिला है। यह मंत्र हिन्दुस्तान की महक को लेकर आया हुआ है। मोदी ने कहा कि शौर्य और श्रम की धरती पर आज एक ‘कामगार’ ‘नामदार’ के खिलाफ लड़ाई के लिये मैदान में है।
उन्होंने कहा, 'मैं आपसे अलग नहीं ....जो जिंदगी आप गुजारते है वहीं जिंदगी मैंने गुजारी है। जिस जिदंगी को आप जी रहे हैं, वहीं जिंदगी मैं जी रहा हूं। ना आप सोने की चम्मच लेकर पैदा हुए हैं ना मैं सोने की चम्मच लेकर पैदा हुआ।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ना आपके माता-पिता, दादा-दादी कभी राज करते थे, ना मेरे दादा दादी राज करते थे, पहली बार एक कामदार आपसे आशीर्वाद मांगने आया है।’’
मोदी ने कहा, ‘‘जो धरती से कटे हुए हैं, जन-जन से जिनका चार-चार पीढ़ी का भी नाता नहीं रहा है, ये लोग कभी आपके दुखों को समझ नहीं सकते हैं और आपके दुखों को कभी दूर नहीं कर सकते।’’