नई दिल्ली: राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी होते ही दिल्ली से लेकर जयपुर तक हंगामा शुरू हो गया। दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के घर के सामने भी आधी रात के बाद कुछ कार्यकर्ता पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। आखिरकार नारेबाजी कर रहे कांग्रेस के इन कार्यकर्ताओं को पुलिस अपने साथ ले गई। जिन नेताओं का टिकट कटा उनके समर्थक धरने पर बैठ गए।
कार्यकर्ताओं ने टिकट में धांधली के साथ पैसे तक लेने के आरोप लगाए। कोई आत्मदाह की धमकी देने लगा तो कोई बीजेपी उम्मीदवारों को जिताने के लिए जानबूझकर कमजोर प्रत्याशी उतारने की साजिश का आरोप लगाने लगा। वहीं टिकट पाने वाले नेता और उनके समर्थक आलाकमान के जयकारे लगाने लगे।
इससे पहले गुरुवार को देर रात तक चली मराथन बैठक के बाद कांग्रेस ने 152 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया। खास बात ये है कि पार्टी ने इसबार लगभग सारे दिग्गजों को मैदान में उतार दिया है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत सरदारपुरा सीट से चुनाव लड़ेंगे जबकि प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट टोंक से मैदान में उतरेंगे। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी को नाथद्वारा से उम्मीदवार बनाया गया है। बाकी बचे 48 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान भी पार्टी जल्द कर सकती है।
राजस्थान की सियासत ने उस समय अचानक करवट ले ली थी जब अशोक गहलोत ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। इससे पहले माना जा रहा था कि संगठन में होने के चलते गहलोत इस बार चुनावों में हिस्सा नहीं लेंगे। हालांकि चुनाव लड़ने का ऐलान करके गहलोत ने इशारा दे दिया है कि वह अभी भी राजस्थान की सियासत में दिलचस्पी लेते हैं और यदि सूबे में कांग्रेस जीतती है तो वह भी मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में से एक होंगे। राजस्थान में 7 दिसंबर को मतदान है और वोटों की गिनती 11 दिसंबर को की जाएगी।
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