जयपुर: राजस्थान में कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 27 महिलाओं को अपना प्रत्याशी बनाया है जबकि भारतीय जनता पार्टी ने 23 महिलाओं को टिकट दी है। राज्य की 200 सीटों के लिए मतदान सात दिसंबर को होना है और नामांकन भरने का काम सोमवार को खत्म हो गया। कांग्रेस ने प्रत्याशियों की अपनी सूची में इस बार कुल 27 महिलाओं को मौका दिया है जिनमें से तीन मुस्लिम समुदाय से हैं। भाजपा की ओर से विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरी कुल 23 महिलाओं में एक भी मुस्लिम नहीं है।
अगर साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो कांग्रेस ने इस बार ज्यादा महिलाओं को मौका दिया है। तब कांग्रेस ने 200 सीटों में से 23 पर महिलाओं को उतारा था जबकि इस बार उसने 195 सीटों में से 27 सीटें महिलाओं को दी है। वहीं भाजपा ने 2013 में जहां 25 महिलाओं को टिकट दी थी वहीं इस बार यह संख्या दो कम यानी 23 है। राज्य की मौजूदा 14वीं विधानसभा में कुल 28 महिला विधायक चुनकर आईं थी और फिलहाल यह संख्या 27 है।
कांग्रेस की कुछ प्रमुख महिला उम्मीदवारों में उदयपुर से गिरिजा व्यास, कामां से जाहिदा खान, मालवीय नगर से अर्चना शर्मा, रायसिंहनगर से सोनादेवी बावरी, संगरिया से शबनम गोदारा, सादुलपुर से कृष्णा पूनिया, बगरू से गंगादेवी, बामनवास से इंदिरा मीणा व ओसियां से दिव्या मदेरणा शामिल है।
वहीं भाजपा के महिला उम्मीदवारों के नामों में बीकानेर पूर्व से सिद्धि कुमारी, कोलायत से पूनम कंवर, नदबई से कृष्णेंद्र कौर, सपोटरा से गोलमा देवी, अजमेर दक्षिण से अनिता भदेल, सूरसागर से सूर्यकांता व्यास व राजसमंद से किरण व्यास शामिल है।
कांग्रेस के मुस्लिम प्रत्याशियों में तीन नाम महिलाओं के भी हैं। इनमें जाहिदा खान के अलावा साफिया (रामगढ़) तथा गुलनेज (लाडपुरा) शामिल है। रोचक है कि 2013 में साफिया और गुलनेज के पति उनकी सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी थे। इस तरह से कांग्रेस के मुस्लिम प्रत्याशियों में सात नए चेहरे हैं। कांग्रेस इस बार 195 सीटों पर चुनाव लड़ रही है उसने पांच सीटें गठबंधन की पाटियों के छोड़ी है।
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