लखनऊ: योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद देर शाम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। राजभवन के सूत्रों ने बताया कि योगी विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद देर शाम करीब 8:15 बजे राजभवन पहुंचे और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर औपचारिक रूप से सरकार बनाने का दावा पेश किया। इससे पहले, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की थी और उन्हें 273 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा था।
अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में होगा शपथ ग्रहण
राजभवन की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, राज्यपाल को सौंपे गए पत्र में आग्रह किया गया है कि योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में एवं उनके मंत्रिमण्डल के शपथ ग्रहण के लिए आवश्यक निर्देश जारी किये जाये। राज्यपाल ने उनके अनुरोध को स्वीकार करते हुये 25 मार्च को अपराह्न 03.15 बजे लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन रखा है। राज्यपाल ने योगी से अपने प्रस्तावित मंत्रिमण्डल के सहयोगियों को शपथ दिलाने के लिए उनकी सूची प्रस्तुत करने को कहा है ताकि संविधान के अनुच्छेद 164(1) के तारतम्य में शपथ दिलायी जा सके।
योगी आदित्यनाथ को सर्वसम्मति से चुना गया विधायक दल का नेता इससे पहले
योगी आदित्यनाथ को गुरुवार को एक बार फिर सर्वसम्मति से बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायक दल का नेता चुन लिया गया। वह लगातार दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे। बीजेपी द्वारा केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर भेजे गए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सह पर्यवेक्षक झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की मौजूदगी में योगी को विधायक दल का नेता चुना गया। गौरतलब है कि हाल में संपन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को 255 सीटें मिली थी जबकि उसके सहयोगी अपना दल सोनेलाल को 12 तथा निषाद पार्टी को 6 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।