नोएडाः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सात चरणों के मतदान पूरे हो चुके हैं। सूबे की सभी 403 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है। 10 मार्च को मतगणना के बाद ही साफ हो पाएगा की प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी। वोटिंग के बाद से ही सभी सियासी दल प्रदेश में अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। लेकिन इस बार यूपी में बीजेपी और सपा के बीच सीधी टक्कर होने वाली है।
शाहगंज विधानसभा सीट
यूपी के जौनपुर जिले के अंतर्गत आने वाली शाहगंज विधानसभा सीट पर सातवें चरण में मतदान हुआ। शाहगंज विधानसभा सीट की बात करें तो यहां पर चार लाख से अधिक मतदाता हैं। जिनमें यादव मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। वहीं क्षेत्र के राजपूत और राजभर मतदाता भी चुनाव में अहम भूमिका निभाते हैं। अभी तक इस सीट पर साल 1997 से लेकर अब तक 4 सपा तो दो बार भाजपा प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है। शाहगंज सीट पर 2017 के चुनाव में सपा प्रत्याशी शैलेंद्र यादव ने यहां जीत हासिल की थी। शैलेंद्र 2012 के चुनाव में भी यहां से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे।
किस ने किस पर खेला दांव
वर्तमान में इस सीट पर सपा का कब्जा है। सपा के शैलेंद्र यादव शाहगंज सीट से मौजूदा विधायक हैं। उन्होंने 2012 में भी इस सीट पर जीत हासिल की थी। सपा ने 2022 विधानसभा चुनाव के लिए भी उन्हीं पर भरोसा जताया है। वहीं प्रदेश की सत्तारूढ़ बीजेपी ने इस सीट अपने सहयोगी निषाद पार्टी के रमेश को चुनावी रण में उतारा है। कांग्रेस ने परवेज आलम तो बसपा ने इंदर देव पर दांव लगाया है।
विधायक के काम से कितनी संतुष्ट जनता?
शाहगंज सीट से सपा के शैलेंद्र यादव मौजूदा विधायक हैं। वह 2012 में भी यहां से सपा को जीत दिला चुके हैं। 2012 में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सरकार में उन्हें मंत्री भी बनाया गया था। विधायक शैलेंद्र यादव शाहगंज विधानसभा क्षेत्र का चौमुखी विकास करने का दावा करते रहे हैं। उनका मानना है कि क्षेत्र की जनता उनके काम से खुश होकर इस बार भी उन्हें यहां विजयी बनाएगी। वहीं इलाके की जनता ने विधायक के दावों को लेकर क्या कुछ कहा आप भी सुनिए।