नोएडाः उत्तर प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी है। इस बार प्रदेश में सात चरणों में मतदान कराया जा रहा है। सूबे में छह चरणों के चुनाव पूरे हो चुके हैं। आगामी 7 मार्च को प्रदेश में अंतिम चरण के लिए मतदान होगा। इसी दिन मऊ जिले की मधुबन विधानसभा सीट पर भी वोटिंग होगी। वोटिंग से पहले इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मधुबन विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा। जहां हमने इलाके के लोगों से बीते पांच सालों में हुए यहां हुए विकास कार्यों को लेकर उनसे बातचीत की। आप भी सुनिए चुनाव से पहले क्या बोली मधुबन विधानसभा की जनता.
क्या बोली मधुबन विधानसभा की जनता?
मधुबन की जनता ने बताया कि वर्तमान विधायक के कार्यकाल में इलाका का कुछ भी विकास नहीं हुआ है। यहां के कुछ बुजुर्ग मतदाताओं ने विधायक पर उनकी बात नहीं सुनने का आरोप लगाया। वहीं उन्होंने बताया कि क्षेत्र में सड़कों की हालत को सुधारने कि दिशा में कोई काम नहीं किया गया। वहीं इलाके के लिए यह साल यहां बाढ़ से मचने वाली तबाही से काफी परेशान दिखाई दिए। लोगों ने बताया कि बीते पांच सालों में यहां बाढ़ की समस्या से निजाद दिलाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। जिसके कारण हर साल यहां पर किसानों की फसल को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। वहीं इलाके में स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल भी कोई बेहतर नहीं है। यहां के मतदाताओं ने बताया कि अस्पतालों में दवा नहीं मिलती। जिसे उन्हें बाहर से महंगे दामों में खरीदना पड़ता है।
मधुबन विधानसभा सीट
मधुबन विधानसभा क्षेत्र घागरा नदी के किनारे पर बसा है। यहां हर साल बाढ़ भारी तबाही मचाती है। लेकिन कई साल बीतने के बावजूद यहां पर बाढ़ की समस्या से निजात दिलाने के लिए किसी भी सरकार में कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई है। इसके अलावा इस क्षेत्र का भारत छोड़ों आंदोलन से भी गहरा नाता है। स्वतंत्रता के वीरों ने मधुबन थाने में आजादी की लड़ाई के दौरान यहां तिरगं फहराया था। जिसके बाद से यहां की धरती पूरे देश में मशहूर हो गई थी।
2017 का जनादेश
यूपी की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार को 2017 में यहां पहली बार सफलता मिली थी। दारा सिंह चौहान ने बीजेपी की टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी। उन्होंने चुनाव में कांग्रेस के अमरेश चंद्र पांडेय को पराजित किया था। अमरेश चंद्र पांडेय इस सीट पर पिछली दो बार से बसपा की टिकट पर चुनाव जीत रहे थे। लेकिन पिछले चुनाव में बसपा यहां पर तीसरे स्थान पर खिसक गी थी।
दारा सिंह चौहान बदला पाला
राजनीति में किस पल क्या घटित हो जाए इसका अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है। ऐसा ही कुछ यहां भी देखने को मिला। 2017 में दारा सिंह चौहान ने मधुबन विधानसभा सीट पर भाजपा को उसकी पहली जीत दिलाई। पार्टी ने उनकी इस सफलता से खुश होकर उन्हें प्रदेश सरकार में वन एंव पर्यावरण मंत्री का पद भी दिया. लेकिन 2022 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले दारा सिंह चौहान बीजेपी छोड़ सपा में शामिल हो गए. बीजेपी ने इस बार मधुबन सीट से बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के बेटे रामविलास चौहान को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं सपा ने इस सीट से सुधाकर सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है। सपा ने दारा सिंह को इस बार घोसी से टिकट दिया है।