हिमाचल प्रदेश के चुनाव परिणामों के बाद अब सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। प्रदेश की जनता ने रिवाज को कायम रखते हुए इस बार कांग्रेस पार्टी को सत्ता की चाबी दी है। 68 विधानसभा सीटों वाले राय में कांग्रेस ने 40 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं बीजेपी को 25 सीटों से संतोष करना पड़ा है। इसके साथ ही बची 3 स्टें अन्य के खाते में गई हैं।
बैठक में मौजूद रहेंगे राजीव शुक्ला, भूपेंद्र हुड्डा और भूपेश बघेल
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का सबसे बड़ा और सर्वमान्य चेहरा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का था। उनके निधन के बाद पार्टी राज्य में यह पहला चुनाव लड़ रही थी। चुनाव से पहले या चुनाव के दौरान पार्टी ने कोई अपनी तरफ से किसी भी नाम का ऐलान नहीं किया था। चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ा गया और अब चुनाव जीतने के बाद पार्टी को विधायक दल का नेता चुनना है। जिसके लिए आज शिमला में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। कांग्रेस पार्टी के विधायक दल की बैठक आज दोपहर शिमला में बुलाई गई है। इस बैठक में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला व पर्यवेक्षक भूपेश बघेल व भूपेंद्र हुड्डा भी मौजूद रहेंगे।
ये तीन नाम चल रहे हैं सीएम पद की रेस में
मुख्यमंत्री पद की रेस में हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह सबसे आगे चल रही हैं। प्रतिभा सिंह के अलावा तीन-चार और नेता भी इस रेस में शामिल हैं। प्रतिभा सिंह ने कहा कि यह चुनाव वीरभद्र सिंह के नाम पर जीत गया है। क्या आप अपने परिवार की विरासत को नजरअंदाज कर सकते हैं? प्रतिभा सिंह के इस बयान से प्रदेश में सियासी हलचल बढ़ गई है। सीएम की रेस में दूसरा नाम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह का है । विक्रमादित्य सिंह ने शिमला ग्रामीण सीट से दूसरी बार जीते दर्ज की है। विक्रमादित्य ने युवाओं को जोड़ने के लिए चुनाव से पहले पूरे राज्य में रोजगार संघर्ष यात्रा निकाली। विक्रमादित्य नौजवान हैं और ऐसा करके पार्टी युवाओं को आगे बढ़ाने का नया संदेश दे सकती है। हिमाचल में सीएम की रेस में तीसरा नाम मुकेश अग्निहोत्री का है। पिछले पांच साल तक मुकेश ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाई है। इसके अलावा वो पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं।