दिल्ली नगर निगम के लिए आज मतदान हो गया। हालांकि दिल्लीवालों ने इस चुनाव में वोट डालने के मामले में खासी सुस्ती दिखाई। शाम 5.30 बजे तक वोटिंग खत्म होने तक 50 फीसदी ही मतदान हुआ। एमसीडी के इस चुनाव में दिल्लीवालों ने भले ही दिलचस्पी ना दिखाई हो लेकिन MCD दिल्ली के लिए बहुत अहम है। MCD की अहमियत इतनी क्यों है, इसका कितना बजट है और राजनीतिक पार्टियां क्यों इस चुनाव में जान झोंक देती हैं। ये सारा खेल हम कुछ आंकड़ों की मदद से समझाने की कोशिस करेंगे।
कुल वार्ड | वोटिंग | रिजल्ट |
250 | 4 दिसंबर | 7 दिसंबर |
कुल वोटर | पुरुष वोटर | महिला वोटर | ट्रांसजेंडर |
1,46,73,847 | 79,86,705 | 66,86,081 | 1,061 |
MCD क्यों अहम?
- 15 हजार करोड़ से ज्यादा का बजट
- दिल्ली सरकार से भी खर्चे के लिए बजट
- बड़े बजट से दिल्ली के कई विकास कार्य
- विकास कार्य से वोट बैंक को मज़बूती
- लोकसभा और विधानसभा चुनावों का क्वार्टरफाइनल
MCD चुनाव 2017 के नतीजे-
कुल सीट | बीजेपी | AAP | कांग्रेस |
272 | 181 | 49 | 31 |
वोट शेयर | 36.08% | 26.23% | 21.09% |
MCD चुनाव में बीजेपी का विजयरथ-
2007 | 164 सीट पर जीत |
2012 | 138 सीट पर जीत |
2017 | 181 सीट पर जीत |
MCD के अहम काम-
- अस्पतालों का निर्माण और मेंटेनेंस
- पानी की सप्लाई
- ड्रेनेज सिस्टम की देखभाल
- बाजारों की देखरेख
- पार्कों का निर्माण और देखभाल
- सड़क, ओवर ब्रिज का निर्माण और मरम्मत
- कचरा निस्तारण और हटाने का इंतज़ाम
- स्ट्रीट लाइट को लगवाना और मरम्मत का काम
- प्राइमरी स्कूलों का निर्माण और देखभाल
- टोल, प्रॉपर्टी और प्रोफेशनल टैक्स कलेक्शन
- श्मशानों का निर्माण और देखभाल
- जन्म और मृत्यु सर्टिफिकेट जारी करना