नयी दिल्ली: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की जीत के बाद अब नई सरकार के गठन की कवायद तेज हो गई है। इस संबंध में आज शिमला में नव निर्वाचित विधायकों की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला और छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री पद की रेस में हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह सबसे आगे चल रही हैं। प्रतिभा सिंह के अलावा तीन-चार और नेता भी इस रेस में शामिल हैं। शिमला में आज होने जा रही विधायक दल की बैठक में इस पर कोई फैसला हो सकता है। इस बैठक में विधायक कांग्रेस अध्यक्ष को सीएम चुनने की जिम्मेदारी सौंप सकते हैं।
हालांकि सीएम की रेस में प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह सबसे आगे चल रही हैं और उन्होंने खुद भी सीएम पद के लिए दावा ठोक दिया है। प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने भी अपनी मां के सीएम बनाने की ख्वाहिश जाहिर की है। प्रतिभा सिंह ने कहा कि यह चुनाव वीरभद्र सिंह के नाम पर जीत गया है। क्या आप अपने परिवार की विरासत को नजरअंदाज कर सकते हैं? प्रतिभा सिंह के इस बयान से प्रदेश में सियासी हलचल बढ़ गई है।
सीएम की रेस में दूसरा नाम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह का है । विक्रमादित्य सिंह ने शिमला ग्रामीण सीट से दूसरी बार जीते दर्ज की है। विक्रमादित्य ने युवाओं को जोड़ने के लिए चुनाव से पहले पूरे राज्य में रोजगार संघर्ष यात्रा निकाली। विक्रमादित्य नौजवान हैं और ऐसा करके पार्टी युवाओं को आगे बढ़ाने का नया संदेश दे सकती है।
हिमाचल में सीएम की रेस में तीसरा नाम मुकेश अग्निहोत्री का है।पिछले पांच साल तक मुकेश ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाई है। इसके अलावा वो पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह का नाम भी मुख्यमंत्री की दौड़ में आगे है। इसके अलावा धनीराम नरेनूराम सांडील भी सीएम की रेस में है।