पश्चिम बंगाल के बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा और महिलाओं पर अत्याचारों के लिए टीएमसी नेता शेख सुफियान जिम्मेदार है। बंगाल की स्थिति कश्मीर से भी बदतर हो गई है। यहां हिंदू खतरे में हैं। करीब 1 लाख से ज्यादा हिंदुओं ने चुनाव के बाद हुई हिंसा के राज्य को छोड़ दिया है। हम टीएमसी के इशारे पर चुनाव के बाद कराई गई हिंसा के मद्देनजर राज्य चुनाव आयोग से मिले, जिसने बंगाल में नागरिक चुनावों को प्रभावित करने के लिए 'लोकतंत्र के लिए गैस चैंबर' जैसी स्थिति पैदा कर दी है। हमने एसईसी को राज्य में सीआरपीएफ तैनात करने की मांग की है।
गौरतलब है कि नंदीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनावी एजेंट शेख सुफियान का एक के बाद एक मामले में नाम सामने आ रहा है। इस बार रेप के प्रयास के मामले में सूफियान का नाम शामिल किया गया है। इस मामले में सेख सुफियान सहित 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। चुनाव बाद हिंसा मामले में तृणमूल (टीएमसी) नेता का नाम है। सीबीआई मामले की जांच कर रही है। विधानसभा चुनाव के बाद राज्य भर में राजनीतिक हिंसा की कई घटनाएं हुई हैं। इस हिंसा के मामले की जांच सीबीआई कर रही है।
बता दें कि चुनाव बाद हिंसा के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को ही शेख सुफियान की अग्रिम जमानत मंजूर की है। इसके पहले इस मामले में उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। विधानसभा चुनाव के नतीजे 2 मई को जारी किए गए थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना चुनाव परिणाम घोषित होने के एक दिन बाद की है। उस समय नंदीग्राम समेत पूर्वी मिदनापुर में कई जगहों पर सत्तारूढ़ दल के खिलाफ तोड़फोड़ और मारपीट के आरोप लगाए गए थे। 3 मई को नंदीग्राम में गृहिणी से दुष्कर्म का प्रयास किया गया और शेख सूफियान उस मामले के आरोपियों में से एक है।
सुफियान थे ममता के चुनावी एजेंट
ममता बनर्जी ने विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम से चुनाव लड़ा था। उनके चुनाव एजेंट शेख सूफियान थे। ममता बनर्जी उस चुनाल में शुभेंदु अधिकारी से हार गई थी। चुनाव के बाद हुई हिंसा में नंदीग्राम में ममता बनर्जी के चुनावी एजेंट शेख सूफियान का नाम उछला था।