UP Elections 2022 India TV Opinion Poll: यूपी चुनाव के सबसे सटीक विश्लेषण के लिए इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च की टीम ने यूपी के अलग-अलग इलाकों से वोटर्स का मू़ड जाना। यूपी की सभी 403 विधानसभा सीटों पर 25 नवंबर से 15 दिसम्बर के बीच 10 हज़ार से ज़्यादा लोगों की राय ली गई। इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो से यूपी की सभी सीटों का Indepth Analysis किया गया। यकीन मानिए, नतीजे चौंकाने वाले हैं। जानिए अवध रीजन में किस पार्टी को कितनी सीटें मिलती दिख रही हैं।
इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च के ओपिनियन पोल (India TV Opinion Poll) के मुताबिक, अवध की 111 सीटों का कैलकुलेशन देखें तो बीजेपी प्लस को 68, समाजवादी पार्टी गठबंधन को 42, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस को 1 सीट मिल सकती है। जबकि अन्य के खाते में अवध रीजन एक भी सीट देता नहीं दिख रहा। अवध में इस बार बीजेपी प्लस को 39.63% वोट मिलने के संकेत हैं। सपा प्लस को 36.65% वोट मिल सकते हैं। बहुजन समाज पार्टी को 11.16%, कांग्रेस को 4.92% और अन्य को 7.71% वोट मिलने का अनुमान है। बता दें कि, अवध के 18 ज़िलों में 111 विधानसभा सीटें हैं। जिनमें लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, कानपुर, सुल्तानपुर, बाराबंकी, फैज़ाबाद, सीतापुर जैसे बड़े नाम हैं।
अवध रीजन में 2017 के मुक़ाबले 2022 में सीटों का कैलकुलेशन देखें तो बीजेपी प्लस 92 से 68 सीट पर आती दिख रही है यानी बीजेपी गठबंधन को 25 सीट का नुकसान होता दिख रहा है। सपा प्लस 10 से 42 सीट पर जाती दिख रही है इसका मतलब ये हुआ की सपा प्लस को सीधे सीधे 32 सीटों का फायदा हो रहा है। बसपा 6 सीट से 1 सीट पर लुढ़कती दिख रही है यानी अवध में मायावती को 5 सीट का नुकसान हो सकता है। कांग्रेस के नंबर्स 3 से घटकर 1 हो सकते हैं यानी अवध में 2 सीट का नुकसान कांग्रेस को भी हो रहा है जबकि अन्य की स्थिति में कोई बदलाव होता नहीं दिख रहा। 2017 की ही तरह 2022 में भी अवध में अन्य का खाता खुलना मुश्किल लग रहा है।
इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च के ओपिनियन पोल के अब तक के आंकड़ों से इतना तो साफ है कि सीटों के लिहाज़ से पश्चिमी यूपी, रोहिलखंड और अवध तीनों रीजन में समाजवादी पार्टी (सपा) प्लस अच्छी खासी लीड लेती दिख रही है। हालांकि, अवध में वोट परसेंटेज के लिहाज़ से BJP प्लस और सपा प्लस में कांटे की टक्कर है। अवध रीजन में इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च का ओपिनियन पोल बीजेपी के होल्ड को मज़बूत करता दिख रहा है। भाजपा प्लस और सपा प्लस के सामाजिक समीकरण में कांटे की टक्कर है। राम मंदिर का सीधा फायदा बीजेपी को मिलता दिख रहा है, सड़क की स्थिति भी इस बार बड़ा चुनावी फैक्टर है।