उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इस बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। पार्टी सूत्रों ने न्यूज़ एजेंसी ANI को बताया कि इस बार समाजवादी पार्टी की तरफ से अखिलेश यादव भी चुनाव मैदान में नज़र आएंगे। ये पहली बार होगा जब अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं और जीत भी हासिल कर चुके हैं।
पहली बार बने थे सांसद
अखिलेश यादव का राजनीतिक जीवन काफी उतार-चढ़ावों से भरा रहा। साल 2000 में वह पहली बार चुनाव जीते थे। इस साल उन्होंने कन्नौज से लोकसभा उपचुनाव लड़ा था और ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। दिवंगत राजनेता अमर सिंह ने एक इंटरव्यू में इसका जिक्र करते हुए बताया भी था कि शुरुआत में मुलायम सिंह यादव नहीं चाहते थे कि अखिलेश को इतनी जल्दी राजनीति में लाया जाए, लेकिन बाद में जब उन्होंने अखिलेश के नाम पर ज़ोर देते हुए कहा तो नेताजी तैयार भी हो गए।
अखिलेश यादव के राजनीतिक जीवन में सबसे बड़ा मोड़ साल 2012 में आया था जब उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने उन्हें सीएम बनाने का फैसला किया था। अखिलेश यादव उस समय सांसद थे और उन्होंने पार्टी के लिए फ्रंट फुट पर आकर खूब मेहनत की थी। आखिरकार मुलायम ने अखिलेश को कुर्सी सौंप दी और अखिलेश विधानपरिषद के लिए चुने गए। यहां से उनका सीएम बनने का रास्ता तो तय हो गया, लेकिन 2017 के चुनाव में भी वह आगे नहीं आए।
इस बार अखिलेश के लिए खुद को साबित करना एक चुनौती से कम नहीं होगा। क्योंकि वह कई मौकों पर कह चुके हैं कि समाजवादी पार्टी को 400 से ज्यादा सीटें मिलने वाली हैं। साल 2019 में अखिलेश ने आज़मगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल की थी, लेकिन उनकी पत्नी अपर्णा यादव कन्नौज सीट से चुनाव हार गई थीं।