नयी दिल्ली: कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करते हुए अपने लखनऊ कार्यालय में ‘वर्चुअल रैली के नाम से’ एक सार्वजनिक सभा आयोजित करने को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) को चुनाव आयोग ने शनिवार को एक नोटिस जारी किया।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले सपा के शुक्रवार के कार्यक्रम का जिक्र करते हुए नोटिस में कहा गया है कि उपलब्ध सामग्री और विषय में जारी निर्देशों पर विचार करने के बाद, चुनाव आयोग ने पार्टी को इस ‘उल्लंघन’ के बारे में अपना रुख स्पष्ट करने का एक मौका देने का फैसला किया है।
सपा महासचिव को भेजे गये नोटिस में कहा गया है, ‘‘आपका स्पष्टीकरण, नोटिस प्राप्त करने के 24 घंटे के अंदर आयोग के पास पहुंचना चाहिए, जिसमें नाकाम रहने पर आयोग आपको सूचित किये बगैर विषय में उपयुक्त फैसला लेगा।’’
समाजवादी पार्टी कार्यालय पर शनिवार को फोर्स लगा दी गई। यहां जुटने वाली भीड़ को हटाया गया और आसपास की दुकानें भी कुछ समय के लिए बंद कराई गईं। गौरतलब है कि सपा कार्यालय पर शुक्रवार को जुटी भीड़ की वजह से गौतमपल्ली थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया था। ऐसे में शनिवार को इस क्षेत्र में पुलिस पूरी तरह से सक्रिय दिखी। इस बीच सपा कार्यालय के गेट पर कोविड का पालन नहीं करने के संबंध में नोटिस भी चस्पा की गई। गेट पर जुटने वाले नेताओं को एक जगह खड़े नहीं होने की अपील की गई।
बता दें कि, उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से सात मार्च के बीच सात चरणों में होने जा रहे हैं। महामारी के मद्देनजर जनसभाओं और रैली पर वर्तमान में प्रतिबंध है। इन चुनावों का पहला चरण 10 फरवरी से शुरू होगा, जबकि मतगणना 10 मार्च को होगी। कोरोना महामारी को देखते हुए चुनाव आयोग ने यूपी समेत चुनाव वाले पांचों राज्यों में जनसभा और रैली करने पर बैन लगाया हुआ है।