देश में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इसमें उत्तर प्रदेश के चुनाव की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। 403 सीटों वाले उत्तर प्रदेश का चुनाव 7 चरणों में होगा। पहला चरण 10 फरवरी से शुरू होगा। वहीं, नतीजों की घोषणा 10 मार्च को की जाएगा। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग ने चुनावी रैली, नुक्कड़ सभाओं, जनसभाओं और रैलियों पर 15 जनवरी तक रोक लगा दी है।
राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो इसका फायदा बीजेपी और अन्य बड़ी पार्टियों को होगा। लेकिन छोटी पार्टियों को इसका नुकसान भी हो सकता है। उत्तर प्रदेश में बीजेपी की ताबड़तोड़ रैलियां हुई हैं। अभी पार्टी वर्चुअल रैली पर ही पूरा ध्यान दे रही है। बीजेपी की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 चुनावी दौरे कर चुके हैं। पीएम मोदी ने बनारस से चुनावी बिगुल फूंका था और इसके बाद उन्होंने कई उद्घाटन और शिलान्यास किए।
प्रधानमंत्री मोदी अलीगढ़, बनारस, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर, झांसी, सुल्तानपुर, लखनऊ, ग्रेटर नोएडा, शाहजहांपुर, बलरामपुर, कानपुर, मेरठ और प्रयागराज में भी कई रैली कर चुके हैं। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा 12 बार यूपी का दौरा कर चुके हैं। नड्डा ने यूपी की राजधानी लखनऊ के बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन में हिस्सा लिया था। इसके बाद उन्होंने गोरखपुर, मेरठ, एटी में कई चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था। गृह मंत्री अमित शाह 12 अलग-अलग जगहों पर जनसभा कर चुके हैं।
समाजवादी पार्टी की तरफ से अखिलेश यादव भी पीछे नहीं हैं। अखिलेश यादव ने चुनाव प्रचार का आगाज़ करने से पहले ही बता दिया था कि इस बार वह छोटी पार्टियों के साथ मिलकर ही मैदान में उतरेंगे। यही वजह है कि उन्होंने ज्यादा से ज्यादा पहुंच बनाने पर जोर दिया है। अभी तक वह यूपी के 80 फीसदी से ज्यादा जिलों में अपनी पार्टी की पहुंच बना चुके हैं। कांग्रेस की बात करें तो पार्टी पिछले कुछ समय से काफी सक्रिय नज़र आ रही है। प्रियंका गांधी की अगुवाई में लगातार प्रचार अभियान चलाया जा रहा है।
कांग्रेस के लिए प्रियंका गांधी अमेठी, रायबरेली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में जा चुकी हैं। ये सभी इलाके एक समय कांग्रेस का गढ़ माने जाते थे। कांग्रेस ने कोविड के प्रकोप को देखते हुए पहले ही चुनाव अभियान रोकने की घोषणा कर दी थी। इसके अलावा बीएसपी के लिए ये चुनाव किसी उम्मीद से कम नहीं है। बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्रा लगातार प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने पूर्वांचल में 9 जनसभाएं की थीं। इसके अलावा वह करीब 97 जनसभाएं कर चुके हैं और वो पार्टी का मैसेज जनता तक लेकर जा रहे हैं।