UP Election: विधायक और बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी इस बार मऊ सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इस दौरान एक जनसभा में उन्होंने विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार आने पर 6 महीने तक किसी सरकारी अधिकारी या पुलिसकर्मी की ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं की जाएगी, पहले उनसे हिसाब होगा। अब्बास अंसारी ने कहा कि अखिलेश यादव की सरकार आने पर 6 महीने तक किसी भी सरकारी अधिकारी या पुलिसकर्मी की ट्रांसफर या पोस्टिंग नहीं होगी, बल्कि उन लोगों से किए गए जुल्म और अत्याचार का हिसाब लिया जाएगा।
चुनावी रैली को संबोधित करते हुए दिया था धमकीभरा बयान
बता दें कि गुरुवार को मऊ के पहाड़पुरा में अब्बास अंसारी एक रैली को संबोधित कर रहे थे। वो मऊ सदर सीट से ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। माना जा रहा है कि अब्बास अंसारी ने मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए और योगी सरकार की तरफ की गई कार्रवाई से परेशान हुए अपने समर्थकों को आश्वस्त करने के लिए ऐसा कहा। जान लें कि मऊ में यूपी विधान सभा चुनाव के आखिरी चरण में यानी 7 मार्च को मतदान होगा और 10 मार्च को नतीजे आएंगे।
अब्बास अंसारी के खिलाफ केस दर्ज, जांच के आदेश
अब्बास अंसारी ने अपने संबोधन में कहा कि वो उत्तर प्रदेश के होने वाले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बात करके आए हैं। उन्होंने अखिलेश यादव से कह दिया है कि 6 महीने तक ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं होगी। उनके इस बयान पर संज्ञान लेते हुए पुलिस डीजीपी कार्यालय ने मऊ पुलिस को कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए हैं। विवादित बयान के लिए अब्बास अंसारी के खिलाफ सदर कोतवाली में आचार संहिता के उल्लंघन में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि अब्बास द्वारा दिए गए बयान को संज्ञान में लेते हुए कोतवाली में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच के लिए संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर को आदेश दिया गया है।
मऊ सीट पर अंसारी परिवार का माना जाता है दबदबा
गौरतलब है कि मऊ विधान सभा सीट पर मुख्तार अंसारी के परिवार का दबदबा माना जाता है। अभी अब्बास के पिता मुख्तार अंसारी खुद मऊ सीट से विधायक हैं। उन्होंने साल 2017 के विधान सभा चुनाव में बीएसपी के टिकट पर मऊ से जीत हासिल की थी। इस बार उनके बेटे अब्बास विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।