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Hindi News लोकसभा चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज Exclusive: बहन का जिक्र होने पर भावुक हुए CM योगी आदित्यनाथ, जानिए क्या कहा

Exclusive: बहन का जिक्र होने पर भावुक हुए CM योगी आदित्यनाथ, जानिए क्या कहा

परिवार का दर्द नहीं समझने के आरोप पर सीएम योगी ने कहा कि संन्यासी का काम लोककल्याण करना होता है। राजनीति में आने का मकसद लोककल्याण करना है। कुछ लोगों के लिए परिवार का मतलब सिर्फ सैफई खानदान है। उन्होंने कहा, गोरखपुर मेरी कर्मभूमि रही है और मेरे तरफ से सभी गोरखपुरवासी चुनाव लड़ रहे हैं। मेरे नामांकन के बाद से जनता खुद प्रचार कर रही है।''

Yogi Adityanath- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Yogi Adityanath

Highlights

  • राजनीति में आने का मकसद लोककल्याण करना- योगी
  • मेरे लिए यूपी सभी 25 करोड़ लोग परिवार के सदस्य- योगी
  • 'कुछ लोगों के लिए परिवार का मतलब सिर्फ सैफई खानदान'

गोरखपुर: इंडिया टीवी के स्पेशल शो के दौरान, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उस वक्त भावुक हो गए, जब रजत शर्मा ने उनकी बहन का एक वीडियो दिखाया जिसमें वह उत्तराखंड के अपने गांव में एक चाय़-नाश्ते की दुकान चला रही थी। रजत शर्मा के सवाल पर कि अगर राहुल अपनी बहन प्रियंका को यूपी के चुनाव में ला सकते हैं, तो क्या आप अपने परिवार के लिए कुछ भी नहीं कर सकते थे, योगी कुछ समय के लिए रुके और रूंधे हुए गले से उत्तर दिया- ‘मैं एक योगी हूं। मुझे पूरे प्रदेश का ध्यान रखना होता है। मुझे लगता है कि एक मुख्यमंत्री के रूप में मैने राष्ट्रधर्म की शपथ ली है, अपने परिवार की नहीं। मेरे लिए पूरे उत्तर प्रदेश के 25 करोड़ लोग मेरा परिवार है।

योगी ने कहा, ''मैं उनके सुखदुख में सहाभागी हूं। उनके (अखिलेश परिवार) के लिए उनका परिवार प्रचार कर रहा है, मेरे लिए मेरा परिवार (यूपी की जनता) प्रचार कर रहा है। मैं तो जनता के बीच जाने की एक औपचारिकता निभा रहा हूं। मेरे लिए यहां (गोरखपुर की) पब्लिक स्वयं चुनाव लड़ रही है..वो इसलिए क्योंकि उसे सुरक्षा की गारंटी देनेवाली, विकास और सुशासन की गारंटी देने वाली सरकार चाहिए। यहां तो हमारे कार्यकर्ता स्वयं योगी बनकर वोट मांग रहे हैं।''

परिवार का दर्द नहीं समझने के आरोप पर योगी ने कहा, ''संन्यासी का काम लोककल्याण करना होता है। राजनीति में आने का मकसद लोककल्याण करना है। कुछ लोगों के लिए परिवार का मतलब सिर्फ सैफई खानदान है। उन्होंने कहा, गोरखपुर मेरी कर्मभूमि रही है और मेरे तरफ से सभी गोरखपुरवासी चुनाव लड़ रहे हैं। मेरे नामांकन के बाद से जनता खुद प्रचार कर रही है।''