गाजीपुर ज़िले के जंगीपुर विधानसभा में आखिरी चरण में 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे। 2017 में कमल की लहर में भी यहां साइकिल ही दौड़ी थी। यह सीट 2012 में अस्तित्व में आई थी, तब से लेकर 2017 तक यहां सपा का कब्जा रहा है। 2022 का चुनाव परिणाम क्या होगा? जंगीपुर की जनता के मुद्दे क्या हैं? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जंगीपुर पहुंची थी। बातचीत के दौरान यहां कि ज्यादातर जनता सपा का समर्थन करती दिखी। यहां की जनता बीते पांच सालों में विधानसभा में हुए विकास के मुद्दे पर कम, जबकि प्रदेश के हालात पर काफी कुछ बोल गई.
एक दशक से सपा का दबदबा
जंगीपुर विधानसभा पर एक दशक से सपा का दबदबा है। यहां भाजपा के लिए जीत पाना बड़ी चुनौती है। 2012 में जंगीपुर सीट के लिए पहला विधानसभा चुनाव हुआ। चुनाव में सपा के कैलाश यादव जीत हासिल कर जंगीपुर के पहले विधायक बने थे। सपा सरकार में पंचायती राज मंत्री रहे कैलाश यादव के निधन के बाद 2016 में हुए उपचुनाव में तस्वीर बिल्कुल बदली नज़र आई। उस उपचुनाव में भाजपा ने सपा को कड़ी टक्कर दी थी। बसपा मैदान में नहीं उतरी थी।
2017 में सपा से वीरेंद्र कुमार यादव चुनाव जीते थे। जबकि भाजपा के राम नरेश कुशवाहा दूसरे स्थान पर रहे। भाजपा ने इस बार भी राम नरेश कुशवाहा पर भरोसा जताते हुए उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं सपा की ओर से वीरेंद्र कुमार यादव फिर ताल ठोक रहे हैं। अब देखना होगा सपा अपना जीत बरकरार रख पाती है? या भाजपा बाजी मारने में कामयाब होगी?
जंगीपुर में जातीय समीकरण
जंगीपुर में तीन लाख से ज्यादा मतदाता हैं। यहां सबसे ज्यादा वोटर हरिजन हैं। जबकि दूसरे नंबर पर यादव वोटर हैं। कुशवाहा, वैश्य, राजभर, मुस्लिम, और ब्राह्मण वोटरों की भी अच्छी तादाद है।